Civil Services Day 2020: आज के दिन ही क्यों मनाया जाता है सिविल सेवा दिवस, जानें महत्त्व

Tuesday, Apr 21, 2020 - 02:53 PM (IST)

नई दिल्ली: हर साल 21 अप्रैल को मनाया जाने वाला सिविल सेवा दिवस को कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के बीच इस वर्ष भी पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सिविल सेवकों की अहम भूमिका को सभी सरकारी विभागों के साथ-साथ आम जनता द्वारा नमन किया जा रहा है। सिविल सेवा शब्द ब्रिटिश काल में आया था जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नागरिक कर्मचारी प्रशासनिक नौकरियों में शामिल थे। 

जानिए क्यों 21 अप्रैल को ही मनाते हैं---
-ब्रिटिश सरकार उन्हें 'लोक सेवक' यानी सिविल सर्वेंट कहकर बुलाती है, इसकी शुरुआत वॉरेन हेस्टिंग्स ने की बाद में चार्ल्स कॉर्नवॉलिस (Charles  ने इसमें सुधार किए इसीलिए उन्हें "भारत में नागरिक सेवाओं के पिता" के रूप में जाना जाता था। सरदार वल्लभ भाई पटेल गृह सदस्य, संसद ने 21 अप्रैल 1947 को अखिल भारतीय सेवाओं का उद्घाटन किया था। 

-दिल्ली के मेटकाफ हाउस में अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षण स्कूल में परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने एक प्रभावी भाषण दिया और सिविल सेवकों को अतीत के अनुभव को पीछे छोड़ते हुए राष्ट्रीय सेवा की सच्ची भूमिका को अपनाने का अधिकार दिया।  अपने भाषण में उन्होंने सिविल सेवकों को 'भारत का स्टील फ्रेम' कहा। 

इस तरह का पहला समारोह 21 अप्रैल, 2006 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, इसलिए, 2006 से इसे 21 अप्रैल को राष्ट्रीय नागरिक सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।  इस दिन लोक प्रशासन में विशिष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार भी दिए जाते हैं। 

"केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों एवं संगठनों में कार्यरत प्रशासनिक स्तर के अधिकारियों के मनोबल को बढ़ाने और उनके अच्छे कार्यों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। "

ये है शामिल 
भारत में सिविल सेवा में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवा समूह A और समूह B की व्यापक सूची शामिल है। 21 अप्रैल सिविल सेवा को समर्पित है लोग अपनी अनुकरणीय सेवाओं की स्मृति में और जो उन्होंने वर्षों पहले किया है उसे वापस प्रतिबिंबित करने के लिए इस दिन को मनाते हैं।

Riya bawa

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