New Education Policy : बच्चों को 5वीं तक क्यों पढ़ाया जाए मातृभाषा में, मोदी ने बताया फायदा

Friday, Aug 07, 2020 - 12:43 PM (IST)

नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित कॉन्क्लेव को संबोधित करते कहा है कि आखिर बच्चों को पांचवीं तक उनकी मातृभाषा में ही शिक्षा देने की सिफारिश नई शिक्षा नीति में क्यों की गई। उन्होंने कहा कि इससे मातृभाषा में सीखने की गति तेज होती है। 

क्या है इसका फायदा
पीएम ने कहा, 'इस बात में कोई विवाद नहीं है कि बच्चों के घर की बोली और स्कूल में पढ़ाई की भाषा एक ही होने से बच्चों के सीखने की गति बेहतर होती है। यह एक बहुत बड़ी वजह है, जिसकी वजह से जहां तक संभव हो पांचवीं क्लास तक बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाने पर सहमति दी गई है। 

बच्चों की नींव होगी मजबूत 
मातृभाषा को समझने से बच्चों की नींव तो मजबूत होगी, उनके आगे की पढ़ाई के लिए भी उनका बेस और मजबूत होगा।' कॉन्क्लेव में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ढांच तैयार करने वाले डॉ. कस्तूरीरंगन और उनकी टीम, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और जानेमाने शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। 

-मोदी ने कहा, 'अभी तक हमारी शिक्षा व्यवस्था में 'वट टु थिंक' पर फोकस रहा है जबकि इस शिक्षा नीति में 'हाउ टु थिंक' पर बल दिया जा रहा है। 

-नई शिक्षा नीति किताबों का बोझ भी कम करेगी। पीएम ने कहा, 'शिक्षा नीति में प्रयास किया गया है कि जो लंबा-चौड़ा सिलेबस होता है, ढेर सारी किताबें होती हैं, उसको कम किया जाए।
 

Riya bawa

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