खुदरा, कृषि, खाद्यान्न उत्पादन में सीबीएसई का व्यवसायिक कोर्स

Sunday, May 13, 2018 - 04:33 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नौवीं,दसवीं तथा 11वीं एवं 12वीं कक्षा से परिणाम आधारित पठन पाठन संबंधी व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत खुदरा क्षेत्र, कृषि, खाद्यान्न उत्पादन, पर्यटन, ब्यूटी एवं वेलनेस, वाहन क्षेत्र, बीमा, संगीत तथा फैशन अध्ययन पर कोर्स शुरू कर रहा है।सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि यह कोर्स लर्निंग आउटकम आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत तैयार किया गया है। यह नौंवी एवं दसवीं कक्षा में शैक्षणिक सत्र 2018-19 से लागू होने जा रहा है।खुदरा क्षेत्र के लिये ‘स्टोर ऑपरेशन असिस्टेंट’ शीर्षक से कोर्स तैयार किया गया है । यह प्रारंभिक स्तर का कोर्स है और इसे पूरा करने के बाद छात्र इंटरमीडिएट स्तर का कोर्स कर सकते हैं जो 11वीं कक्षा में सेल्स एसोसिएट, डिस्ट्रीब्यूटर सेल्समैन जैसे खुदरा क्षेत्र के रोजगार से जुड़ा है।खुदरा क्षेत्र के इस कोर्स के लिये छात्रों को वाणिज्य एवं प्रबंधन की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए, खास तौर पर ऐसे विषय जो खुदरा क्षेत्र से जुड़े हों ।  

‘स्टोर ऑपरेशन असिस्टेंट’ कोर्स की अवधि 200 कक्षाएं रखी गई है । सेल्स एसोसिएट, डिस्ट्रीब्यूटर सेल्समैन जैसे कोर्स की अवधि 11वीं कक्षा में 265 कक्षाएं रखी गई है। खुदरा क्षेत्र से जुड़े इन पाठ्यक्रमों में डिपार्टमेंट स्टोर, सुपर मार्केट, हाइपर मार्केट, किराना दुकान आदि में परिचालन एवं प्रबंधन से जुड़े आयामों की जानकारी दी जायेगी। इसमें छात्रों को संवाद कौशल के साथ साथ कम्प्यूटर प्रणाली तथा स्वयं प्रबंधन कौशल के बारे में बताया जायेगा । छात्रों को उद्यमिता विकास, पर्यावरण संरक्षण, स्टोर प्रबंधन, उत्पादों की आपूर्ति के बारे में भी बताया जायेगा ।   

सीबीएसई स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों को सामान्य विषयों के साथ दक्षता आधारित कौशल विकास पाठ्यक्रम चुनने का विकल्प होगा । इसका मकसद बच्चों को स्कूली शिक्षा समाप्त करने के बाद रोजगार प्राप्त करने में मदद करना है । देश में दक्ष मानव संसाधन की भारी कमी है और बड़ी संख्या में बच्चे व्यवसायिक शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं । ऐसी स्थिति को देखते हुए सरकार नौवीं कक्षा से व्यावसायिक एवं कौशल विकास के पाठ्यक्रम शुरू कर रही है।

bharti

Advertising