CBSE ने फिर से शुरू किया 8 साल पुराना पैटर्न, 2 लाख विद्यार्थी फेल

punjabkesari.in Wednesday, May 30, 2018 - 02:25 PM (IST)

नई दिल्ली:  मंगलवार को सीबीएसई( केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) के दसवीं के नतीजे जारी हुए हैं। इस साल परीक्षा में 86.7 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। वहीं लड़कियों ने लड़कों से अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन बोर्ड ने 8 साल बाद फिर से पुराना सिस्टम लागू किया है। इसमें परीक्षार्थियों के नंबर और मार्क्स प्रतिशत की जानकारी दी जाती है, जबकि 8 साल से सीबीएसई 10वीं कक्षा में सीजीपीए के माध्यम से नतीजे जारी किए जाते थे।


पास प्रतिशत में हुई कमी
इस पैटर्न से पास प्रतिशत में भी गिरावट आई है। इस साल पिछले 5 सालों में सबसे कम फीसदी बच्चे पास हुए हैं। अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2014 में 98.87 फीसदी, 2015 में 97.32 फीसदी, 2016 में 96.21 फीसदी, 2017 में 90.95 फीसदी बच्चे पास हुए थे, जबकि इस बार 86.70 बच्चों ने सफलता हासिल की है।

मैरिट लिस्ट

जिसमें पहले 3 स्थानों पर 25 छात्रों विद्यार्थियों ने जगह बनाई है। पहले स्थान पर 499 अंक के साथ चार परीक्षार्थी हैं, जबकि दूसरे स्थान पर 498 अंक के साथ 7 और तीसरे स्थान पर 497 अंक के साथ 11 छात्रों ने जगह बनाई है।

रिजल्ट के आंकडे

इसमें लड़कियों का पास प्रतिशत 88.67 फीसदी रहा और 85.32 फीसदी लड़के ही पास हुए हैं। इस परीक्षा में 16,24,682 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 14,08,594 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए हैं। वहीं तिरुअनंतपुरम में 99.60 फीसदी, चेन्नई में 97.37 फीसदी और अजमेर क्षेत्र में 91.83 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। इस साल 1,31,493 बच्चों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि 27,476 फीसदी बच्चों ने 95 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।


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pooja

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