CBSE ने बदले JEE Mains के नियम, स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा

Saturday, Oct 28, 2017 - 12:23 PM (IST)

नई दिल्ली : जेईई मेन्स की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए स्टूडेंट्स के लिए अहम खबर है। सीबीएसई ने अगले साल ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन्स देने वाले स्टूडेंट्स के लिए नियमों में बदलाव किया है। यह नियम उन स्टूडेंट्स के लिए बदले गए हैं,जो अगले साल इंप्रूवमेंट एग्जाम देंगे। अब तक तक स्टूडेंट्स को इंप्रूवमेंट एग्जाम के सभी पेपर देकर जेईई मेन्स के लिए प्रतिशत सुधारने का अवसर मिलता था। 

अब सीबीएसई ने मात्र एक उससे अधिक पेपर देकर इंप्रूवमेंट के लिए जेईई मेन्स के लिए प्रतिशत सुधारने का मौका दिया है। वहीं पहली बार साल 2017 में जेईई मेन्स की कट ऑफ स्कोर क्रॉस करने के बाद भी 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल नहीं करने वाले स्टूडेंट्स भी इंप्रवूमेंट के एग्जाम में बैठेंगे। साल 2017 से ही आईआईटी की तरह ही एनआईटी, ट्रिपलआईटी अन्य सेंट्रल फंडेड संस्थानों में दाखिले के लिए बोर्ड में सामान्य वर्ग के लिए 75 प्रतिशत की अनिवार्यता लागू कर दी थी। इस कारण जेईई मेन्स में अच्छे अंक हासिल करने के बावजूद एडमिशन के लिए 12वीं में 75 प्रतिशत अंक जरूरी थे। 

बढ़ेगी इंप्रूवमेंट एग्जाम देने वालों की संख्या
जेईई मेन्स में इस साल से 75 प्रतिशत की अनिवार्यता का नियम लागू होने से अब इंप्रूवमेंट एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी होगी। जो स्टूडेंट्स इस साल 75 प्रतिशत अंक हासिल नहीं कर पाए और अगले साल मेन्स रिपीट करेंगे, वह भी एग्जाम देंगे।

Advertising