पहली बार CBSE ने अभिभावकों तक पहुंचाया महत्वपूर्ण संदेश
Thursday, Feb 07, 2019 - 05:04 PM (IST)
एजुकेशन डेस्कः सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं के एग्जाम 15 फरवरी से शुरू हो रहे हैं। इस बार स्टूडेंट्स को एग्जाम से रिलेटेड निर्देश जारी करने की अपेक्षा बोर्ड ने पेरेंट्स से संपर्क करने के लिए उन्हें लेटर लिखा है। ये लेटर केवल 10वीं और 12वीं के उन स्टूडेंट्स के पेरेंट्स के लिए है जो इस साल एग्जाम देने जा रहे हैं।
इस संदेश में सीबीएसई ने पेरेंट्स से सहयोग मांगा है और सहयोग के लिए कहा है कि वह अपने बच्चों को यह विश्वास दिलाएं कि वह उन पर गर्व करते हैं और अपने बच्चे की क्षमता को पहचानने में उनकी मदद करें और उनके प्रयास पर विश्वास करें। उन्हें रट्टू तोता न बनने दें बल्कि उन्हें विषय को व्यवहारिक तौर पर समझने के लिए प्रेरित करें। सीबीएसई ने पेरेंट्स से कहा है कि बोर्ड एक तरह से निकाय है जिसका काम अनिवार्य रूप से बेहतर तरीके से एग्जाम कराना है, लेकिन पेरेंट्स का सहयोग इसमें बहुत जरूरी है।
इसके साथ ही सीबीएसई बोर्ड ने 10 वीं 12 वीं बोर्ड परीक्षा 2019 के बारे में कुछ अन्य महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किए हैं :
1. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2019 के एडमिट कार्ड को ध्यान से देखें और सुनिश्चित करें कि यह विधिवत हस्ताक्षरित है। पहली बार,एडमिट कार्ड पर पेरेंट्स के हस्ताक्षर भी अनिवार्य किए गए हैं। इसलिए,पेरेंट्स इस
बात को सुनिश्चित भी कर ले और अपने बच्चों को समझा भी दें।
2.बच्चों को एग्जाम सेंटर तक लाने के लिए यातायात की स्थिति सुनिश्चित कर लें ताकि एग्जाम शुरू होने से पहले परीक्षा केंद्र पर बच्चे पहुंच सकें।
3. स्टूडेंट्स को किसी भी परिस्थिति में सुबह 10 बजे के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी,इसलिए माता-पिता को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बच्चे परीक्षा केंद्र पर सुबह 9:45 बजे तक
पहुंच जाएं।
4. छात्रों को अपने स्कूल आईडी कार्ड ले जाना आवश्यक है। साथ ही,इस वर्ष नियमित छात्रों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म अनिवार्य है। अभिभावकों से अनुरोध है कि वे इसे सुनिश्चित करें।
5. परीक्षा केंद्र में अनुमति प्राप्त वस्तुओं की सूची और अनुमति प्राप्त न होने वाली सूची को अच्छी तरह से पढ़ लें। पेरेंट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बच्चे इसका पालन करें। इनके अलावा बोर्ड ने अभिभावकों से अफवाहों में न देने के लिए भी कहा है। बोर्ड ने कहा है किह ऐसी किसी भी घटना के मामले में पेरेंट्स सीधे बोर्ड से संपर्क करें।