सीबीएसई 2019: 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 75 छात्र को किया सम्मानित

Thursday, May 23, 2019 - 12:26 PM (IST)

नई दिल्ली: रट लगाकर पढऩा गुण नहीं है गुण है समझकर पढऩा और अपने क्षेत्र में अच्छा करना। पढ़ाई के साथ-साथ छात्र का पूर्ण विकास भी जरूरी है जिसके लिए फिजिकल एजुकेशन है। ग्राउंड में जाकर हर छात्र को 1 घंटा अपना मनपसंद खेल खेलना चाहिए। जब शरीर अच्छा बनेगा तो मन अच्छा बनेगा और पढ़ाई भी अच्छी होगी। यह बात बुधवार को विज्ञान भवन में आयोजित हुए चौथे गुण गौरव सम्मान समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12वीं के छात्र-छात्राओं को गुण गौरव सम्मान से सम्मानित करने के अवसर पर कही।

 इस मौके पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमें वैल्यू एजुकेशन का महत्व समझने की आवश्यकता है गांधीजी की समाधि स्थल राजघाट पर लिखित एक युक्ति का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ‘बिना एथिक्स के जीवन कुछ नहीं है’। इसलिए छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ संस्कार भी सीखने चाहिए। उनमें नैतिकता, दूसरों के प्रति सम्मान, अच्छा व्यवहार और संवेदनशीलता जैसे गुण होने चाहिए। प्रकाश जावड़ेकर ने इससे आगे छात्रों को लाइफ स्किल एजुकेशन के बारे में बताते हुए कहा कि अपनी स्वेच्छानुसार हर छात्र को कुछ न कुछ खाना बनाना भी आना चाहिए।

एक्सपेरीमेंटल लर्निंग पर उन्होंने कहा कि थ्योरी में अच्छा होना अच्छी बात है लेकिन किसी बात को आप प्रैक्टिकली कितना समझते हैं ये सबसे महत्वपूर्ण है तो जीवन में प्रायोगिक बनें। इस मौके पर उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 8, जवाहर नवोदय विद्यालय के 5, एससीएसटी वर्ग के 18, चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड्स समूह के 9, आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के 15 और 15 ओवरऑल टॉपर्स सहित कुल 75 अवार्डीज को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता सचिव रीना रे, विश्वजीत सिंह कमिश्नर जवाहर नवोदय विद्यालय, ज्वाइंट सेक्रेटरी स्कूल एजुकेशन आरसी मीना, परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज, पीआरओ रमा शर्मा आदि गणमान्य उपस्थित रहे।

‘निजी स्कूलों को सीबीएसई जारी करे नई गाइडलाइन’
निजी स्कूलों को एक ही दुकान से कॉपी, किताबें ड्रेस जैसी चीजें खरीदने के लिए बाध्य न किया जाए। इस संबंध में सीबीएसई निजी स्कूलों के लिए एक सर्कुलर के माध्यम से गाइडलाइन जारी करे जिसमें निजी स्कूल में पढऩे वाले बच्चे को एक ही जगह से शैक्षिक सामग्री खरीदने जैसी बाध्यता से मुक्त करने को कहा जाए। यह बात केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में बुधवार को कही। कार्यक्रम में उन्होंने सीबीएसई को कहा कि निजी स्कूलों को उनके खातों के ब्यौरे को देखकर फीस बढ़ाने की अनुमति दी जाए। हालांकि ये सुनिश्चित किया जाए कि स्कूल द्वारा आय-व्यय का जो ब्यौरा पेश किया गया है उसमें कोई तथ्य न छिपाया गया हो। इसके अलावा निजी स्कूलों को मुद्रा के विनिमय में सही तरीके से लाने के लिए वहां कार्यरत सभी शिक्षकों के खाते में सैलरी देने को कहा जाए।

Riya bawa

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