‘मेक इन इंडिया’ के लिए व्यावसायिक शिक्षा ढांचा जरूरी

Tuesday, Nov 06, 2018 - 05:21 PM (IST)

चंडीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आज कहा कि ‘मेक इन हरियाणा और मेक इन इंडिया’ को साकार करने और इसे और अधिक गति देने के लिए सभी शिक्षण संस्थाओं में मजबूत व्यवसायिक शिक्षा ढांचा होना बेहद जरूरी है। आर्य ने राजभवन उन्हें दीवाली पर्व की शुभकामनाएं देने राज्य के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा से बातचीत के दौरान ये विचार व्यक्त किये। 

उन्होंने शिक्षा विभाग की योजनाओं और गतिविधियों पर भी शर्मा से चर्चा की तथा विद्यार्थियों को उनकी रूचि अनुसार व्यवसायिक शिक्षा देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थी अपनी रूचि अनुसार पारंगत होगें और शिक्षा पूरी कर‘स्टार्ट अप इंडिया’जैसे अभियान से जुड़कर स्वरोजगार स्थापित कर पाएंगे।  


उन्होंने युवाओं को अप्रेंटिसशिप जैसे कार्यक्रमों से जोडऩे पर भी बल दिया तथा तकनीकी शिक्षा विभाग को युवाओं के लिये अल्पावधि कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था करने को भी कहा जिससे वे स्वरोजगार की दिशा में और आगे बढ़ सकें। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि प्रदेश में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न प्रभावी कदम उठाए गए हैं। शिक्षा के बजट में गुणात्मक बढ़ौतरी की गई है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में दर्जनों डिग्री कालेज, बहु-तकनीकी संस्थान, व्यवसायिक कालेज तथा मेडिकल कालेजों की स्थापना की गई है।

 

केंद्र सरकार द्वारा अल्पसेवित जिलों में बहु-तकनीकी संस्थान की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके लिए प्रति संस्था 12.30 करोड़ रूपए की धनराशि केंद्रीय संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा दी जा रही है। इस योजना के तहत दो राजकीय बहु-तकनीकी संस्थान स्थापित भी किए जा चुके है और अन्य संस्थानों का भी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।

pooja

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