संप्रग सरकार की तुलना में शिक्षा का बजट दोगुना हुआ: जावड़ेकर

Friday, Feb 01, 2019 - 06:56 PM (IST)

नई दिल्ली:  मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि इस बार बजट में दस हजार करोड़ रुपये की वृद्धि की गयी है और इस तरह शिक्षा का बजट 95 हजार करोड़ रुपये हो गया है। जावेडकर ने यह भी बताया कि उच्च शिक्षा फंडिंग एजेंसी के जरिये 30 हजार करोड़ रुपये उगाहे जायेंगे। इसे मिलकर शिक्षा का कुल बजट एक लाख 25 हकाार रुपये हो जायेगा जो संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के बजट 62 हकाार करोड़ का दो गुना है। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार ने पांच साल में शिक्षा का बजट इतना नहीं बढ़ाया है, पहली बार इतनी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हायर एजुकेशन फाइनेंसिंग एजेंसी (हेफा) के जरिये एक लाख 25 करोड़ हजार  रुपये की व्यवस्था की गयी है। इस तरह शिक्षा का बजट दो गुना बढ़ा है।

 

राष्ट्रीय शिक्षा मिशन का बजट 20 प्रतिशत बढ़कर 38 हजार 572 करोड़ रुपये
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में शिक्षा के बजट में लगातार वृद्धि हुई है और अब यह सकल घरेलू उत्पाद का साढ़े चार प्रतिशत के करीब हो गया है। शिक्षा से ही देश का विकास होता है। उन्होंने कहा कि बजट बढऩे से हम शिक्षा का बुनियादी ढांचा और मजबूत बनायेंगे। हम पहले ही शोध कार्यों नवाचार पर अधिक खर्च कर रहे हैं और छात्रों की स्कालरशिप और फेलोशिप भी बढ़ाई गयी है, स्कूलों में खेलों और पुस्तकालयों पर खर्च कर रहे हैं। 115 आकांक्षा जिलों में 70 कॉलेज खोले हैं। उन्होंने कहा इस तरह हम शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ा रहे है। जो पैसा हमें बजट से मिला है उसका अच्छा उपयोग करेंगे। वित्त मंत्री ने बजट में कमजोर वर्ग के लोगों के वास्ते दस प्रतिशत आरक्षण को लागू करने के लिए शैक्षणिक संस्थाओं में दो लाख नई सीटों की घोषणा की। बजट में राष्ट्रीय शिक्षा मिशन का बजट 20 प्रतिशत बढ़कर 38 हजार 572 करोड़ रुपये कर दिया गया है।

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