Bihar Board Matric Result 2020: परीक्षा में फेल छात्रों के लिए बोर्ड ने बनाएं नियम

Tuesday, May 26, 2020 - 05:31 PM (IST)

नई दिल्ली:  बिहार बोर्ड की ओर से मैट्रिक रिजल्ट 2020 जारी हो चुका है। इस बार परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र पास हुए हैं तो फेल होने वालों की भी बड़ी तादाद है। बोर्ड की ओर से परीक्षा में फेल छात्रों के लिए नियम बनाए गए है। इस बार 10वीं रिजल्ट का प्रतिशत 80.59 रहा है। 96.20 प्रतिशत के साथ हिमांशु सुभाष सिंह राज पूरे प्रदेश के टॉपर बनें।

बता दें कि इस साल 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 14 लाख 94071 छात्र-छात्राएं शामिल हुए जिनमें कुल 12 लाख 4030 छात्र उत्तीर्ण हुए। इनमें 6 लाख 13485 छात्र और 5 लाख 90 हजार से ज्यादा छात्राएं शामिल हैं। वहीं 2 लाख 89692 विद्यार्थी इस बार फेल हुए हैं। यहां हम आपको बता रहें हैं कि 10वीं की परीक्षा में पास होने के लिए न्यूनतम मार्क्स क्या रहे और बोर्ड की ग्रेस मार्क्स पॉलिसी (कृपांक नंबर नीति) क्या है। कितने नंबर पर ग्रेस मार्क्स मिलेंगे।

ग्रेस मार्क्स का नियम
अगर कोई छात्र किसी एक विषय में 8 फीसदी या उससे कम नंबर से फेल होता है या फिर दो विषयों में 4 फीसदी या उससे कम नंबर से फेल होता है तो उसे बाकी नंबर देकर पास कर दिया जाता है। अगर किसी ने कुल मिलाकर 75 फीसदी नंबर हासिल किया है और किसी एक विषय में 10 फीसदी या उससे कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे पास घोषित कर दिया जाता है। बता दें कि इस साल लगभग 15.29 लाख छात्र BSEB 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे। 

न्यूनतम पासिंग मार्क्स
बिहार बोर्ड में पास होने के लिए छात्र को हर विषय में 100 में से कम से कम 30 नंबर लाना जरूरी था। वहीं उसके कुल 150 नंबर होने चाहिए। 150 मार्क्स हासिल कर ही छात्र को 11वीं में प्रवेश मिलेगा। बिहार बोर्ड के नियम के मुताबिक छात्र को पास होने के लिए इंग्लिश और ऑप्शनल विषय को छोड़कर सभी विषयों में पास होना अनिवार्य है। सोशल साइंस और साइंस समेत प्रैक्टिल विषयों में स्टूडेंट्स को थ्योरी और इंटरनल असेस्टमेंट दोनों में पास होना जरूरी है।

Riya bawa

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