BPSC Success Story: 384वीं रैंक हासिल कर किसान का बेटा बना सिविल जज, जानें संघर्ष की कहानी

Thursday, Dec 05, 2019 - 02:48 PM (IST)

नई दिल्ली: हर एक इंसान जिंदगी में मुश्किलों से जूझते हुए किसी न किसी दिन सफलता हासिल करता है। एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है जिसने कड़ी मेहनत के दम पर बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर जज बनने का सपना पूरा किया है। बीपीएससी परीक्षा हर वर्ष आयोजित की जाने वाली  देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के कई युवा बचपन से इस परीक्षा को पास कर जज बनने का सपना संजोते हैं। 

हर हस्ती की कहानी संघर्ष के अलग-अलग पायदान को बयां कर प्रेरित करती है आज की सक्सेस स्टोरी के जरिए मिलिए अमन कुमार से। अमन कुमार ने बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा को पहली बार में पास किया है। अमन ने बीपीएससी परीक्षा पहली बार में ही पास कर 384वीं रैंक हासिल की है। अमन कुमार ने सिविल जज बनकर मिसाल कायम की है। 

पारिवारिक जीवन 
अमन बिहार के खजुरिया गांव से हैं, ये गांव बड़हरा विधानसभा क्षेत्र में है। अमन के पिता, प्रभु दयाल यादव पेशे से किसान हैं और मां उषा देवी झारखंड के पलामू जिले में एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक हैं। 

मां-पिता को दिया सफलता का श्रेय

सिविल जज अमन कुमार ने पटना में ही रहकर बिहार बोर्ड से इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की। इंटरमीडिएट के बाद वह दिल्ली पढ़ाई करने गए।उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 2015-18 बैच में लॉ की पढ़ाई की। अमन ने मां-पिता सफलता का श्रेय देते हुए कहा, "सफलता प्राप्त करने का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। कामयाब हुए हर उम्मीदवार का तजुर्बा कुछ न कुछ सिखाता है"इसलिए जिंदगी में सफलता हासिल करनी है तो उस सफलता के लिए प्रयासरत रहना होगा, क्योंकि कोई व्यक्ति कभी असफल नहीं होता। 


 

Riya bawa

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