इंटरनैशनल खेलों में भाग लेने की बाधा नहीं बनेंगी बोर्ड परीक्षाएं, बाद में पेपर लेगा बोर्ड

Monday, Dec 31, 2018 - 10:41 AM (IST)

लुधियाना  (विक्की): देश के उभरते खिलाडिय़ों के लिए यह खबर राहत वाली है जिनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं बोर्ड परीक्षाओं के बीच में आ रही हैं। जी हां सी.बी.एस.ई. ने केंद्र सरकार के खेलों व खिलाडिय़ों को प्रमोट करने के फैसले को आगे बढ़ाते हुए उन विद्याॢथयों के लिए राहत भरा कदम उठाया है, जिनकी इंटरनैशनल खेल प्रतियोगिताएं फरवरी से शुरू हो रही सी.बी.एस.ई. की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के बीच आ रही हैं। सी.बी.एस.ई. के नए निर्णय के मुताबिक 10वीं व 12वीं कक्षा के खेलों से जुड़े विद्यार्थी अब बोर्ड परीक्षाओं के दौरान अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भी भागीदारी कर सकेंगे यानी अब बोर्ड परीक्षाएं उनके खेल करियर का रोड़ा नहीं बनेंगी।


सी.बी.एस.ई. की खेल पॉलिसी के तहत जो छात्र अंतर्राष्ट्रीय खेलों की तैयारी कर रहे हैं और बोर्ड परीक्षाओं के बीच ही उनके खेलों की तिथि पड़ जाती है तो ऐसी स्थिति में छात्रों को अपने स्कूल के माध्यम से भारतीय खेल प्राधिकरण (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की सिफारिश के साथ लिखित में आवेदन करना होगा। ऐसा भी नहीं है कि इन छात्र रूपी खिलाडिय़ों को परीक्षा से छूट मिलेगी, बल्कि इन्हें यह परीक्षा बाद में देनी पड़ेगी। बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित होने से पहले ही उनकी परीक्षा ले ली जाएगी। 

पिछले वर्ष 9 विद्याॢथयों को मिली थी सुविधा
‘खेलो इंडिया’ के बैनर तले देश के युवाओं को खेलों से जोडऩे की ओर बढ़ रही मोदी सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं खेल मंत्रालय की सहमति के बाद सी.बी.एस.ई. द्वारा एक ऐसी पॉलिसी बनाई गई है जिसमें छात्र रूपी खिलाड़ी की बोर्ड परीक्षाओं को खेल इवैंट की तिथि के अनुसार आगे-पीछे किया जा सकेगा। बोर्ड द्वारा वैबसाइट पर जारी पत्र के अनुसार ऐसे विद्याॢथयों को 31 जनवरी तक अपने स्कूल के माध्यम से सी.बी.एस.ई. को आवेदन करना होगा। सी.बी.एस.ई. ने बताया है कि पिछले वर्ष 9 विद्याॢथयों को यह सुविधा उस समय दी गई जब उन्होंने इंटरनैशनल खेलों की तारीखों बारे बताकर बोर्ड के पास आग्रह किया था।

खेलों का एक पीरियड भी है अनिवार्य
बता दें कि इससे पहले बोर्ड ने कुछ महीने पूर्व स्कूलों में छात्रों को खेल गतिविधियों में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने के प्रति जागरूक करने के लिए खेलों की अनिवार्य कक्षा निर्धारित की थी। इसके लिए बाकायदा बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश दिए थे कि विद्याॢथयों के लिए प्रतिदिन एक पीरियड खेलों का अवश्य निर्धारित किया जाए। सी.बी.एस.ई. के इस निर्णय की प्रशंसा सचिन तेंदुलकर ने भी बाकायदा ट्वीट करके की थी। 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेलने की तैयारी कर रहे उन विद्यार्थियों के लिए यह फैसला काफी अच्छा है जिनकी बोर्ड परीक्षाएं भी खेल आयोजन के बीच में ही आने वाली हैं। सी.बी.एस.ई. ने ऐसे खिलाडिय़ों के लिए उक्त राहत भरा कदम उठाकर उनको देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेलों में तनावमुक्त होकर खेलने की मोटीवेशन भी दे दी है। संभवत: ऐसे निर्णयों से जहां खिलाडिय़ों के दिमाग से परीक्षा की टैंशन दूर होगी, वहीं उनके हरफनमौला प्रदर्शन से भारत का नाम भी ऊंचा होगा। 
-डा. परमजीत कौर,प्रिंसीपल बी.सी.एम. शास्त्री नगर। 

 

सी.बी.एस.ई. का यह निर्णय इंटरनैशनल स्तर के खिलाडिय़ों में उत्साह भरने वाला है। बोर्ड ने उक्त फैसले से साबित कर दिया है कि पूरा देश अपने खिलाडिय़ों की हौसला-अफजाई के लिए तैयार है। बाकी बात रही परीक्षाओं की तो सी.बी.एस.ई. ने उसके लिए भी अलग से इंतजाम करके खिलाडिय़ों को परीक्षा की तैयारी के लिए भी अलग से कुछ समय देने की बात भी की है, इसलिए तो बोर्ड ने ऐसे खिलाडिय़ों को 31 जनवरी तक अपनी खेल प्रतियोगिताओं बारे बताने को कहा है ताकि उसके मुताबिक बोर्ड उनको अलग से परीक्षा की तारीख दे सके। 
-डा. सतवंत कौर भुल्लर, प्रिंसीपल डी.ए.वी. पक्खोवाल रोड।

Sonia Goswami

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