Bihar Board Exam 2019 : परेशानी से बचने के लिए बिहार बोर्ड ने किए है ये बड़े बदलाव , जानिए क्या ?

Sunday, Feb 03, 2019 - 06:29 PM (IST)

नई दिल्ली : बिहार बोर्ड की ओर से ली जाने वाली 10वीं और 12वीं परीक्षाओं के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। हमेशा विवादों में घिरे रहने वाले बिहार बोर्ड ने किसी भी तरह की गलती से बचने के लिए पूरी कमर कस ली है। इस बार नकल रोकने लिए भी कड़े कदम उठाए गए है। इसी कारण परीक्षाओं से पहले सभी परीक्षार्थियों के रोल नंबर से उनके सभी विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं का मिलान किया जाएगा। गड़बड़ी मिलने पर तत्काल उसमें सुधार किया जाएगा। यह सारा काम परीक्षा केंद्रों पर ही होगा। इसलिए उत्तरपुस्तिकाएं 8 दिन पहले ही भेज दी जाएगी,ताकि मिलाने का काम समय पर पूरा हो सके। इस बार बिहार बोर्ड ने परीक्षाओं में कई सारे बदलाव किए है , आइए जानते है बिहार बोर्ड की ओर से परीक्षा के दौरान किए गए बदलावों के बारे में 

इस बार इंटर व मैट्रिक की सभी उत्तरपुस्तिकाओं पर छात्र के रौल नंबर, रौल कोड, नाम, अभिभावक के नाम आदि बोर्ड से ही प्रिंट (अंकित) रहेगा। छात्रों को केवल हस्ताक्षर करना होगा। 

कार्यशाला में कई केंद्राधीक्षकों ने परीक्षा हॉल में उत्तरपुस्तिका देने के समय आने वाली दिक्कतें भी रखीं। इसके अलावा केंद्राधीक्षकों ने बोर्ड से सभी विषय की कॉपी की अलग-अलग संख्या देने का आग्रह किया।

केंद्र पर प्रवेश के दौरान छात्र की दो बार तलाशी होगी। पहली बार प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल करेंगे। दूसरी तलाशी वीक्षकों द्वारा की जाएगी। प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक तलाशी करेंगे। 

परीक्षार्थी को केंद्र पर 10 मिनट पहले तक प्रवेश मिलेगा। प्रथम पाली 9.30 बजे प्रारंभ होगी। इससे 10 मिनट पहले तो छात्र केंद्र में प्रवेश कर पायेंगे। दूसरी पाली 1.45 बजे से शुरू होगा तो 1.35 तक प्रवेश कर पाएंगे।

मैट्रिक व इंटर परीक्षा के एक दिन पहले वीक्षकों को ज्वाइन करना होगा। अध्यक्ष ने कहा, सभी वीक्षकों को समय से नियुक्ति पत्र मिल जाएगा। किसी भी हालत में एक दिन पहले सभी को ज्वाइन कर लेना है। 

परीक्षा सामग्री एक-दूसरे में न मिले, इसलिए बोर्ड इस बार एहतियात बरत रहा है। परीक्षा केद्रों पर जो भी परीक्षा संबंधित सामग्री जाएगी, उसे अलग-अलग पैकेट में रखा जाएगा। हर पैकेट का रंग अलग होने से गड़बड़ी नहीं होगी। इसमें उपस्थिति पत्रक, उत्तरपुस्तिका, कदाचार में पकड़े गए छात्र, खैरियत रिपोर्ट आदि शामिल है।

परीक्षा केंद्रों पर 10% बिना प्रिंट वाली कॉपियां भी भेजी जाएंगी। किसी कारणवश किसी छात्र के रोल नंबर आदि में गड़बड़ी हो जाती है तो उसे बिना प्रिंट वाली कॉपियां दी जा सके।

परीक्षा की टेंशन के साथ ही परीक्षार्थियों को बिना जूते-मोजे के ठंड की मार भी झेलनी पड़ सकती है।  बताया जा रहा है कि इस बार परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष सैंडल पहनकर भी प्रवेश नहीं कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार बोर्ड इस बार भी पिछले साल की तरह नकल से बचने के लिए कड़े नियम बनाने जा रहा है।

bharti

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