दीवारों में पेंटिंग के जरिए नन्हे बच्चों को किया जा रहा शिक्षित

Monday, May 07, 2018 - 09:55 AM (IST)

नई दिल्ली : जिसे हम कचरा समझ कर फेंक देते हैं उसी से फर्नीचर बनाया जा रहा है। फर्नीचर ही नहीं ऐसी चीजें बन रही हैं, जिसे हम लोग लगातार उपयोग कर सकते हैं। ये कार्य किया है जामिया मिलिया इस्लामिया के आर्किटेक्चर विभाग के छात्रों ने।

 छात्रों ने क्रेच स्कूल के बच्चों के लिए कबाड़ से फर्नीचर बनाया हैं। जिससे स्कूल की रंगत पूरी तरह बदल गई है। जहां अव्यवस्था के कारण अभिभावक इस स्कूल में अपने बच्चों को भेजने से डरते थे, मगर अब अभिभावक खुद अपने बच्चों को क्रेच स्कूल में छोड़कर जाते है। 

दरअसल डॉ. जाकिर हुसैन वेलफेयर सोसाइटी के तहत जामिया नगर के्रच स्कूल खोला गया है। इस स्कूल की दीवार पूरी तरह खराब हो चुकी थी, साथ ही यहां पर बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर नहीं थे। नन्हें बच्चे दरी पर पढ़ाई करते थे लेकिन जामिया के छात्रों ने क्रेच में पड़े कबाड़ फर्नीचर से ही छोटे बच्चों के बैठने और पढऩे के लिए टेबल और डेस्क बनाया है। साथ ही दरार पड़ी दीवारों को पेंट करके उसे एक नया रूप दिया। जामिया एम.आर्क के छात्र अहमद ने बताया कि इस काम में 14 विद्यार्थी शामिल हैं।  जिसमें पांच छात्र एम.आर्क और 9 छात्र बी.आर्क के हैं।

pooja

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