बी.एड. कोर्स नोटीफिकेशन में नहीं है प्राइवेट कालेजों का नाम

Sunday, Jul 30, 2017 - 05:10 PM (IST)

पटियाला : सरकारी और प्राइवेट एजुकेशन कालेजों में बी.एड. कोर्स 2017-19 सैशन के लिए एडमिशन शुरू होनी हैं पर उससे पहले स्टूडैंट्स को एंट्रैंस टैस्ट देना है। अब स्टूडैंट्स इसके लिए तैयारी तो शुरू कर चुके हैं पर अभी भी कन्फ्यूजन बाकी है। क्योंकि जिन स्टूडैंट्स ने प्राइवेट कालेजों में एडमिशन लेनी है, उन्हें इस बात का नहीं पता कि वे एंट्रैंस टैस्ट दें या नहीं क्योंकि प्राइवेट कालेज वाले तो स्टूडैंट्स को कह रहे हैं कि वे चाहे तो टैस्ट दे दें और नहीं चाहें तो न दें पर एंट्रैंस टैस्ट सभी के लिए कंपल्सरी है लेकिन यहां दुविधा यह भी है कि बी.एड. एंट्रैंस टैस्ट के लिए जो नोटीफिकेशन जारी हुआ है, उसमें प्राइवेट कालेजों को शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में स्टूडैंट्स टैस्ट को लेकर क्या करें, उन्हें समझ नहीं आ रहा है।

डीन कालेजिस डा. कुलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि एंट्रैंस टैस्ट सभी के लिए कंपल्सरी है। चाहे वे किसी भी कालेज से संबंधित स्टूडैंट हों। वैसे तो बी.एड. के लिए किसी तरह का कोई कंपीटिशन नहीं है। ऐसे में एंट्रैंस टैस्ट रखने का कोई मतलब भी नहीं है। बाद में सीटें खाली रह जाती हैं तो फिर एडमिशन को ओपन कर दिया जाता है। ज्यादातर मामलों में होता यही है कि सीटें खाली रह जाती हैं। फिर एंट्रैंस टैस्ट करवाने का क्या फायदा है। इस मामले में अथारिटी से बात भी हुई थी और उनके साथ विचार भी किया गया था कि एंट्रैंस टैस्ट करवाने को लेकर सोचा जाए। क्योंकि बहुत साल पहले भी एंट्रैंस टैस्ट शुरू किया गया था पर सीटें खाली रहने के बाद इसे बंद किया गया। इस बार फिर से शुरू कर दिया गया है। पंजाबी यूनिवर्सिटी के डिपार्टमैंट आफ एजुकेशन की प्रोफैसर डा. मीनाक्षी ने कहा कि जिन स्टूडैंट्स ने प्राइवेट कालेजों में रजिस्ट्रेशन करवाई है, वे भी एंट्रैंस टैस्ट दें क्योंकि एंट्रैंस टैस्ट में अगर अच्छे नंबर आ जाएं तो हो सकता है कि वे सरकारी कालेज में एडमिशन के लिए एलीजिबल हो जाएं। हालांकि नोटीफिकेशन में सरकारी और एडिड कालेजों का नाम है पर प्राइवेट कालेजों का नाम नहीं दिया गया है।

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