चुनावों के बारे में जागरुक करने के लिए स्कूल,कॉलेजों में बनाया जाएगा निर्वाचक साक्षरता क्लब

Sunday, Feb 03, 2019 - 04:25 PM (IST)

नई दिल्ली : देश भर के स्कूलों में नौंवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को निर्वाचन साक्षरता से जोडऩे के लिए एक नई पहल की गई है। इस पहल में भारत निर्वाचन आयोग और एनसीईआरटी सहयोग कर रहे हैं। इसके तहत राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने सभी स्कूल-कॉलेजों में निर्वाचक साक्षरता क्लब (ईएलसी) गठित करने की घोषणा की है। कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्रा इस क्लब के सदस्य होंगे।          

अलग-अलग गतिविधियों और कार्यक्रमों की संकल्पना
परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि यह क्लब भावी एवं नये मतदाता को सीखने और अनुभव प्राप्त करने का अवसर देगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचक साक्षरता के लिये क्लब एक जीवंत हब के रूप में कार्य करेगा और इससे युवा और भावी मतदाताओं में निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी की पहल हो सकेगी। 

उल्लेखनीय है कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने ‘मतदाता जागरूकता फोरम’ नाम से एक अनौपचारिक मंच के माध्यम से 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर एक नई पहल की है। इसके तहत सभी कारपोरेट, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों व संस्थाओं से मतदाता जागरूकता व शिक्षा से जुडऩे की अपील की गई है। आयोग की इस पहल में अलग-अलग गतिविधियों और कार्यक्रमों की संकल्पना की गई है। एनसीईआरटी की घोषणा के मुताबिक इन निर्वाचक साक्षरता क्लबों के जरिये मतदाता पंजीयन, निर्वाचन प्रक्रिया और संबंधित विषयों पर लक्षित जनसंख्या को शिक्षित किया जा सकेगा।

अधिकारी ने कहा कि स्कूल और कॉलेज के नये एवं भावी मतदाताओं को ईवीएम और वीवीपेट से परिचित करवाकर उनकी सत्यता एवं विश्वसनीयता से अवगत करवाया जायेगा।  इसके तहत विद्यार्थियों  में क्षमता विकास के साथ उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया के सभी प्रश्नों की जानकारी भी दी जायेगी। इससे 14 वर्ष की आयु से ही विद्यार्थी निर्वाचन प्रक्रिया से भली-भांति परिचित हो सकेंगे। अधिकारी ने कहा कि इसके तहत सदस्यों के लिये प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा सकता है। इसमें विजेता टीम के सदस्यों को तोहफा दिया जायेगा।      

खेलों के जरिए बताई जाएगी निर्वाचन प्रक्रिया
वहीं इस पहल के तहत भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदाता जागरूकता के मकसद से पांच फ्लोर गेम विकसित किये गए हैं। इन पांच खेलों में स्टापू तथा सांप-सीढ़ी शामिल है। स्टापू में मतदान के विभिन्न चरणों के बारे में बताया गया है जबकि सांप सीढ़ी में निर्वाचन प्रक्रिया का जिक्र है।

इसी तरह से ‘मेज’ में निर्वाचन प्रक्रिया में इस्तेमाल किये जाने वाले फार्मो का जिक्र है। इसके अलावा चुनाव में सुगमता पर आधारित लूडो और ईवीएम, वीवीपीएटी की जानकारी देने के लिये गोल चक्कर जैसे खेल उपलब्ध हैं। क्लब के सदस्यों का उपयोग समुदाय में निर्वाचक साक्षरता बढ़ाने में किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि नये मतदाता महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा जैसे अन्य शैक्षणिक संस्थान से शामिल किये जायेंगे। स्कूल के विद्यार्थी साक्षरता क्लब का संचालन एक निर्वाचित कार्यकारी समिति के माध्यम से कर सकेंगे। अधिकारी ने कहा कि एक या दो शिक्षक नोडल ऑफिसर और मेंटर के रूप में कार्य करेंगे। 

bharti

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