आन्दोलन के बाद शिक्षाकर्मियों  का संविलियन पूरा,जल्द मिलने लगेगा वेतन

Monday, Jul 16, 2018 - 03:22 PM (IST)

रायपुरः उत्तरप्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत नियुक्त शिक्षा मित्रों के संविलियन को लेकर चल रहे लंबे संघर्ष के बाद छत्तीसगढ़ में विशेष शिविरों का आयोजन कर एक लाख से भी ज्यादा शिक्षाकर्मियों का संविलियन और ई-कोष की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।  

स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री डा  रमन सिंह की घोषणा के अनुरूप राज्य में पंचायत और नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों (शिक्षा कर्मियों )के संविलियन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। अब उन्हें चालू माह जुलाई से कोषालय के जरिए वेतन मिलने लगेगा। उन्होंने बताया कि उनके संविलियन के लिए गत दो दिनों तक प्रदेश भर में विकासखण्ड स्तर पर शिविरों का आयोजन किया गया,जिनमें ई-कोष के माध्यम से वेतन भुगतान के लिए एक लाख 0592 शिक्षकों के बैंक खाता नंबर, कर्मचारी कोड नंबर, मोबाइल फोन नंबर और सेवा पुस्तिका से संबंधित आवश्यक जानकारी दर्ज की गई।  

 

अधिकारियों ने बताया कि अब सिर्फ लगभग दो हजार शिक्षकों (शिक्षाकर्मियों) के लिए यह प्रक्रिया शेष रह गई है, जो अगले दो दिनों में पूरी कर ली जाएगी। इस प्रकार सभी संविलियत हो चुके शिक्षाकर्मियों का वेतन जुलाई महीने से कोषालय से आहरित होने लगेगा और उन्हें वेतन भुगतान बैंक के माध्यम होगा।  

 

दरअसल छत्तीसगढ़ में भी दूसरे राज्यों की तरह सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी,और पंचायत विभाग के वह अधीन थे। शिक्षाकर्मी के रूप में नियुक्त लगभग एक लाख 80 हजार शिक्षकों द्वारा शिक्षा विभाग में संविलियन करने के लिए काफी लंबा आन्दोलन चलाया गया। आखिरकार मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गत 14 जून को अम्बिकापुर में विकासयात्रा के प्रथम चरण के समापन समारोह में शिक्षाकर्मियों के संविलियन की घोषणा की थी।  स्कूल शिक्षा विभाग ने उनकी घोषणा पर तत्परता से अमल शुरू कर दिया। शिक्षा विभाग में इनके लिए पंचायत और नगरीय निकाय संवर्ग बनाया गया है। इन्हे वेतन सभी प्रकार की वह पात्रता हासिल होंगी जोकि शिक्षा विभाग के मूल शिक्षकों को मिलती है।पहले चरण में आठ वर्ष की सेवा पूरी करने वालों का संविलियन किया गया है जबकि शेष का भी संविलियन चरणबद ढंग से किया जाएंगा।   
 
 

Sonia Goswami

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