कक्षा 6 के बाद छात्रों को आसन, प्राणायाम और ध्यान कराएं तो बेहतर : एनसीईआरटी

punjabkesari.in Monday, Aug 13, 2018 - 10:14 AM (IST)

नई दिल्ली : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने देशभर के सभी विद्यालयों के लिए स्वास्थ्य व शारीरिक शिक्षा और खेल के लिए सुझाव जारी किए हैं। जिसमें योग को कक्षा 6 से शारीरिक शिक्षा की गतिविधियों के साथ प्रोत्साहित करना शामिल है। 

 

इसके तहत सभी छात्रों को योग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये सुझाव सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जारी किए गए हैं। एनसीईआरटी के एक अधिकारी ने कहा कि ये सुझाव राज्य के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के लिए बाध्यकारी नहीं होंगे। योजना के अंतर्गत सभी स्कू लों को कक्षा 1 से 10 तक शारीरिक शिक्षा देना अनिवार्य होगा। छात्र-छात्राओं के चहुंमुखी विकास के साथ-साथ उन्हें भावनात्मक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए योग की उपयोगिता को समझाया जा रहा है। एनसीईआरटी ने कक्षा 1 से 10 के लिए स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को लेकर राज्यों से जानकारी साझा की है।

 

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सुझावों में सभी छात्रों को औपचारिक और अनौपचारिक खेलों, योग, खेल गतिविधियों और मनो-सामाजिक विकास से संबंधित गतिविधियों में शामिल किए जाने पर जोर दिया गया है।

 

 एनसीईआरटी के एक अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक कक्षाओं के छात्र भी स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के तहत योग करें, इस बात की सलाह नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इसे कक्षा 6 के बाद से लागू किया जाए ताकि छात्र थ्योरी और प्रैक्टिकल पार्ट दोनों पर ध्यान दे पाएंगे। उदाहरण के तौर पर छात्र आसन, प्राणायाम और ध्यान करेंगे। इस पीरियड की जगह किसी और पीरियड को लगा देने से अच्छा होगा कि छात्रों को इस दौरान शारीरिक शिक्षा दी जाए।
 


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