उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन बहिष्कार पर अड़ा डूटा

punjabkesari.in Saturday, Jun 02, 2018 - 11:03 AM (IST)

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) की शुक्रवार को हंसराज कॉलेज सभागार में हुई आमसभा बैठक में पिछले कई दिनों से चल रहे उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार को जारी रखने का फैसला लिया गया। 


मालूम हो, यूजीसी के 5 मार्च 2018 को जारी पत्र के विरोध में डूटा आंदोलन कर रही है और पिछले 23 दिनों  मूल्यांकन बहिष्कार किया हुआ है। इसके बावजूद अभी तक ना ही तो सरकार और ना ही डीयू वीसी ने कोई संज्ञान लिया है। संज्ञान नहीं लिए जाने पर डूटा का साफ कहना है कि आंदोलन और मूल्यांकन बहिष्कार की जिम्मेदारी सीधे तौर पर सरकार और डीयू वीसी की है,जिसका हरजाना छात्रों को उठाना पड़ सकता है। 
यूजीसी के 5 मार्च के पत्र में यूजीसी रोस्टर बनाने के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय को एक इकाई मानने की बजाय विभाग को इकाई मानने का आदेश दिया गया है। इससे दलित आदिवासी और पिछड़े समूह के पदों में रोस्टर के बदलाव से भारी कटौती होगी। इस पत्र का नुकसान यह भी है कि कोर्ट के दखल से विश्वविद्यालय में स्थायी नियुक्ति की जो प्रक्रिया वर्षों बाद शुरू हुई थी वह रुक गई । 


इसका सीधा प्रभाव तदर्थ शिक्षकों और अनुसंधान कर रहे छात्रों पर पड़ेगा सरकार की इस नीति की आलोचना करते हुए ड़ूटा ने 05 जून 2018 को प्रात: 10:30 बजे मंडी हाउस से शास्त्री भवन तक काली पट्टी रैली निकालने का फैसला लिया है । इसके साथ ही सामाजिक न्याय के सवाल पर डूटा आगामी दिनों में विभिन्न राजनीतिक दलों से बातचीत कर एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी  करेगी जिससे सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी सामाजिक न्याय विरोधी नीति को जनता तक पहुंचाया जा सके। 6 जून को जनसंपर्क अभियान भी चलाया जाएगा।इनसभी मुद्दो को लेकर डूटा ने उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार जारी रखते हुए 8 जून 2018 को दोबारा से आम बैठक करने का फैसला लिया है। जिसमें शिक्षकों की राय से आगे के संघर्ष की रणनीति तैयार की जाएगी। 


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pooja

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