दिल्ली यूनिवर्सिटी में लेना चाहते हैं एडमिशन तो पढ़ें यह खबर, यहां मिलेगी अहम जानकारी

Friday, Mar 29, 2019 - 02:01 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) अकादमिक सत्र 2019-20 के लिए दाखिला प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू करने की तैयारी कर रहा है। दाखिला समिति ने स्नातक, परास्नातक, एमफिल, पीएचडी में दाखिले के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए संभावित तारीखें बताई हैं। दाखिला समिति के अध्यक्ष एवं स्टूडेंट वेलफेयर के डीन प्रो. राजीव गुप्ता ने बताया कि हाल ही में दाखिला समिति की बैठक हुई थी। इसमें हमने इन सभी कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन की संभावित तारीख 15 अप्रैल निर्धारित की है और सात मई तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि छात्र डीयू की वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद दाखिला पोर्टल को फिर से 20 मई से दो हफ्ते के लिए खोला जाएगा। इस दौरान छात्रों को अंक व कोर्स भरने का अवसर दिया जाएगा। डीयू ने इस वर्ष दाखिला प्रक्रिया को दो चरणों में बांटा है। पिछले वर्ष दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया 14 मई से शुरू हुई थी। इस वर्ष एक महीने पहले ही दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी हो रही है। प्रो. राजीव गुप्ता ने बताया कि दाखिला समिति की बैठक में यह भी तय किया गया है कि डीयू के सभी कॉलेजों को दाखिले से संबंधित शिकायत समिति में विभिन्न श्रेणी के प्रतिनिधियों को शामिल करना होगा। कॉलेजों को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूए), उत्तर पूर्व जैसी श्रेणियों के प्रतिनिधियों को शिकायत समिति में रखना होगा।


 
इन बातों का रखना होगा ध्यान

छात्रों को आवेदन करने से पहले अपनी जानकारी सही तरीके से फॉर्म में देनी होगी। फॉर्म भरने से संबंधित वीडियो वेबसाइट में होगा, जिससे छात्र मदद ले सकते हैं। छात्र यदि फॉर्म में कोई गलती करते हैं तो उसे फिर से ठीक कर सकते हैं। यह विकल्प पिछले वर्ष नहीं था। इससे छात्रों को काफी फायदा होने की उम्मीद है। वेबसाइट में इस बात की जानकारी होगी कि आवेदन रद करने के कम मौके मिलेंगे। पिछले वर्ष छात्रों ने कई बार दाखिले का आवेदन रद किया था। इससे प्रशासन को दाखिला प्रक्रिया को पूरा करने में परेशानी होती है।
 
इतना ही नहीं डीयू प्रशासन ने शुक्रवार को कार्यकारी परिषद (ईसी) की आपात बैठक बुलाई है। इसमें स्नातक कोर्स के सिलेबस में हुए बदलाव पर भी चर्चा हो सकती है। सिलेबस में बदलाव का कई शिक्षक विरोध कर रहे हैं, ऐसे में बैठक में हंगामा होने के भी आसार हैं। कार्यकारी परिषद के सदस्य राजेश झा ने बैठक पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रशासन आपात बैठक अपनी मर्जी से बुला रहा है। बैठक में सदस्य सिलेबस के मुद्दे को उठाएंगे और प्रशासन से सवाल भी करेंगे कि उसने मामले में शिक्षकों से बात क्यों नहीं की। 

Sonia Goswami

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