889 स्टूडेंट्स ने बीच में छोड़ दी IIT की पढ़ाई

Monday, Jul 24, 2017 - 03:11 PM (IST)

नई दिल्ली: हर साल लाखों स्टूडेंट्स ना जाने कितने सपने आखों में लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) से इंजीनियर बनने का सपना देखते है। और यहां एडमिशन पाने के लिए ना जाने कितने कितने साल मेहनत करते है तब जाकर कहीं पढ़ाई आईआईटी में पढ़ने का सपना पूरा हो पता है। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि पिछले एक साल में IIT के 889 छात्रों को खराब परफॉर्मेंस की वजह से बाहर निकाल दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ छात्रों ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। छात्रों के अनुसार आईआईटी की मुश्किल पढ़ाई के कारण उनकी पर्सनल लाइफ भी परेशानी में गुजर रही थी। 

एमटेक और एमएससी की पढ़ाई को बीच में छोड़ने वाले छात्रों की संख्या 630 है।196 छात्रों ने पीएचडी छोड़ी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) और पीएचडी के कारण अलग-अलग हैं। पीएचडी में 196 छात्रों ने अपना शोध कार्य अधूरा छोड़ दिया। फिर सभी छात्रों ने बीएचयू, मद्रास और गांधी नगर में अपनी पढ़ाई पूरी की है। देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थान आईआईटी में एडमिशन के लिए बच्चे दिन रात एक कर देते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स IIT की पढ़ाई बीच में छोड़ रहे हैं जो एक चिंता का विषय है। 63 B.Tech प्रोग्राम के स्टूडेंट्स ने IIT को बीच में छोड़ा।

सूत्रों के अनुसार IIT छात्रों के बीच में पढ़ाई छोड़ने से सरकार को काफी नुकसान हो रहा है। B.Tech और Phd के एक छात्र को तैयार करने में सरकार का 7 लाख से 15 लाख रुपये तक खर्च आता है जबकि एक छात्र से प्रति वर्ष फीस के रूप में लगभग 30 से 35 हजार रुपये ही लिए जाते हैं। ऐसे में बीच में पढ़ाई छोड़ने से सरकार को बहुत नुकसान हो रहा है।

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