84 कॉलम वाले परफार्मा में उलझे निजी स्कूल

Tuesday, Jul 24, 2018 - 10:20 AM (IST)

लुधियाना: पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 84 कॉलम वाले परफार्मा ने निजी स्कूल संचालकों को उलझाकर रख दिया। बोर्ड ने स्कूलों की लॉगइन आईडी पर एक परफार्मा अपलोड किया है जिसमें निजी स्कूल संचालकों को स्कूल से संबंधित सूचनाएं अपलोड करनी होगी। इसमें उन्हें स्कूल में दी जाने वाली सुविधाओं के साथ साथ टीचर्स डिटेल व उनके दिए जाने वाले वेतन के बारे में भी जानकारी देनी होगी। इस तरह स्कूल संचालकों को इस ऑनलाइन परफार्मा में कुल 84 तरह की जानकारियों देनी होंगी। 

 

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस परफार्मा में स्कूल संचालकों को स्कूल की कुल जगह के साथ-साथ यह भी बताना होगा कि एक प्वाइंट पर कितनी जगह मौजूद है। इसमें उन्हें स्कूल की इमारत की जानकारी के साथ साइंस लैब व लैब की लंबाई व चौड़ाई भी बतानी होगी।1स्कूल संचालकों के लिए सबसे बड़ी परेशानी टीचर्स के वेतन को लेकर है। क्योंकि निजी स्कूल सरकारी मापदंडों के हिसाब से टीचर्स को वेतन नहीं देते हैं और इस परफार्मा में यह बताना है कि क्या वह बोर्ड की एफिलिएशन शर्तो के मुताबिक वेतन दे रहे हैं या नहीं। 

 

इसी कॉलम की वजह से स्कूल संचालक इसका विरोध कर रहे हैं। रिकोग्नाइज्ड एंड एफिलिएटेड स्कूल एसोसिएशन ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। परीक्षा केंद्र के बारे में देनी होगी जानकारी 1परफार्मा भरते वक्त निजी स्कूलों को यह भी जानकारी देनी होगी कि उनके स्कूल में परीक्षा केंद्र बनता है या नहीं। जिन स्कूलों परीक्षा केंद्र बनता है उन्हें यह जानकारी देनी होगी कि स्कूल में किस फ्लोर पर परीक्षा केंद्र बनता है और कितने कमरे परीक्षा के लिए प्रयोग किए जाते हैं। इसके अलावा स्कूल में डबल और सिंगल बैंच के साथ उन टीचर्स की गिनती भी बतानी है जो परीक्षा में ड्यूटी देते हैं।

 

रिकोग्नाइज्ड एंड एफिलिएटेड स्कूल एसोसिएशन (रासा) के महासचिव कुलवंत राय शर्मा का कहना है कि यह सभी जानकारियां एफिलिएशन लेने के वक्त बोर्ड में जमा करवाई हैं। अब दोबारा यह जानकारियां मांगना सही नहीं है। उनका कहना है कि यह जानकारियां ई स्कूल पंजाब और यू डाइस के वेबपोर्टल पर भी भरी हैं। इसके बावजूद स्कूल संचालकों को बार बार परेशान किया जा रहा है।  स्कूलों की तरफ से विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाएं और स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में पूछा जा रहा है। इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।  कोमल सिंह, प्रवक्ता पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड

Sonia Goswami

Advertising