कुम्भ से 6 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार,जानें के लिए पढ़े पूरी खबर

Monday, Jan 21, 2019 - 04:57 PM (IST)

नई दिल्ली : 15 जनवरी को शुरू हुए और 4 मार्च तक चलने वाले कुम्भ मेले पर भारी खर्च को लेकर काफी चर्चा हो रही है। इस बीच इंडस्ट्री बॉडी कन्फैडरेशन ऑफ  इंडियन इंडस्ट्री (सी.आई.आई.) ने कहा है कि इस आयोजन से सरकारी खजाने में 1.2 लाख करोड़ रुपए का राजस्व उत्पन्न होगा। सी.आई.आई. की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुम्भ एक आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन है लेकिन इससे जुड़ी आॢथक गतिविधियों से 6 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 दिनों के कुम्भ मेले के लिए 4,200 करोड़ रुपए का आबंटन किया है जो 2013 महाकुम्भ मेले की तुलना में 3 गुना अधिक है। यह अब तक का सबसे महंगा कुम्भ है।


किस सैक्टर में कितनी नौकरियां

सी.आई.आई. की स्टडी के मुताबिक हॉस्पिटैलिटी सैक्टर में 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा तो एयरलाइन्स और एयरपोर्ट्स पर करीब 1.5 लाख लोगों के लिए अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा टूर ऑप्रेटर्स 45,000 लोगों को काम पर रखेंगे। ईको टूरिज्म और मैडीकल टूरिज्म में 85,000 को रोजगार मिलेगा। टूर गाइड्स, टैक्सी ड्राइवर्स, उद्यमी सहित असंगठित क्षेत्र में 50,000 नई नौकरियां उत्पन्न होंगी। इससे सरकारी एजैंसियों और व्यापारियों की कमाई बढ़ेगी।


पड़ोसी राज्यों को भी फायदा
मेले से उत्तर प्रदेश को 1.2 लाख करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के राजस्व में भी वृद्धि संभव है क्योंकि बड़ी संख्या में देश और विदेश से आने वाले पर्यटक इन राज्यों में भी घूमने जा सकते हैं।

दोगुना है फैलाव
राज्य के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद में कुम्भ के लिए 4,200 करोड़ रुपए की राशि दी है और यह अब तक का सबसे महंगा तीर्थ आयोजन बन गया है। पिछली सरकार ने 2013 में महाकुम्भ मेले पर करीब 1,300 करोड़ रुपए की राशि खर्च की थी। कुम्भ मेले का परिसर भी इस बार पिछली बार के मुकाबले करीब दोगुने वृद्धि के साथ 3,200 हैक्टेयर है। 2013 में इसका फैलाव 1,600 हैक्टेयर तक था। 

Sonia Goswami

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