137 सरकारी स्कूलों के 483 क्लास रूम बनेंगे स्मार्ट, बच्चें को मिलेगी डिजीटल एजुकेशन
Tuesday, Feb 19, 2019 - 10:32 AM (IST)
लुधियाना (विक्की): नगर निगम की लिमिट में पड़ते शहर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियोंको अब आने वाले दिनों में स्मार्ट कलास रूम में प्रौजैक्टर व एल.ई.डी. पर डिजीटल एजुकेशन के जरिए पढ़ाई करते देखा जा सकेगा और अध्यापक भी कंम्प्यूटरराईज्ड कंटैंट के जरिए पढ़ाते दिखाई देंगे।
जानकारी के मुताबिक इस हाईटैक सिस्टम को अप्रैल में शुरू होने वाले नए सैशन से स्कूलों में शुरू करवाने के लिए लुधियाना स्मार्ट सिटी मिशन के फंड से शिक्षा विभाग को 6.28 करोड़ रूपए की राशि भी जारी कर दी गई है जिसके तहत हर स्कूल को 1.30 लाख रुपए मिलेंगे। अब स्मार्ट सिटी बनने की ओर कदम बढ़ा चुके लुधियाना शहर की नई तस्वीर सिर्फ पुलों, सड़कों एवं इंफ्रास्ट्रकचर की बदौलत ही नहीं बल्कि सरकारी स्कूलों बदलती दशा के रूप में भी देखने को मिलेगी। सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डिज़ीटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कलास रूम विकसित करने को उक्त फंड जारी किए हैं। इस श्रंखला में लुधियाना नगर निगम की लिमिट में पड़ते 137 सरकारी प्राइमरी, अपर प्राईमरी, हाई एवं सीनियर संकैंडरी स्कूलों में स्मार्टकलास रूम बनाए जाने हैं।
ममता आशू ने की पार्षदों व स्कूल प्रमुखों से मीटिंग
शहर के स्कूलों में डिजीटल एजुकेशन जल्दी शुरू करवाई जा सके इसके लिए फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू की पत्नी ममता आशू ने विधानसभा क्षेत्र पश्चिमी के सरकारी स्कूलों के प्रिंसीपलों व प्रमुखों के साथ मीटिंग की और स्कूलों को आने वाले फंडों का जल्दी उपयोग कर स्मार्ट कलास रूम बनाने के निर्देश भी दिए। मीटिंग में पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के पार्षद भी उपस्थित रहे जिनको उक्त प्रक्रिया पूरी होने तक समय-समय पर स्कूलों में निरीक्षण करने को कहा है।
राज्य में बनने हैं 21000 स्मार्ट क्लास रूम
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में 21000 स्मार्ट क्लास रूम बनाने का लक्ष्य तय किया है जिनमें एल.ई.डी. व प्रौजैक्टर लगाए जाएंगे। विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रति जिले में शहरी के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के 450 स्कूलों में पहले चरण में स्मार्ट कलास रूम विकसित किए जाने हैं।
सभी कक्षाओं में लगेंगे प्रोजैक्टर व एल.ई.डी.
पार्षद ममता आशू ने बताया कि पहले चरण में नगर निगम की लिमिट में पड़ते शहर के सभी 137 सरकारी स्कूलों में 6.28 करोड़ की लागत से 483 स्मार्ट कलास रूम बनाए जाएंगे। इनमें से प्रति कलास रूम को स्मार्ट के रूप में अपग्रेड करने के लिए 1.30 लाख रूपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होने बताया कि हरेक प्राईमरी स्कूल में 3, अपर प्राईमरी स्कूल में 5 एवं हाई व सीनियर सकैंडरी स्कूलों में 7 कमरे स्मार्ट बनाए जाने हैं। अपग्रेड होने वाली इन स्मार्ट कक्षाओं में प्रौजैक्टर लगाने के अलावा बच्चों के बैठने के लिए डैस्क व अन्य जरूरी फंड भेजे जा रहे हैं।