2800 स्मार्ट स्कूल विद्यार्थियों को देंगे आधुनिक विधियों के साथ शिक्षा

Tuesday, Jun 26, 2018 - 11:43 AM (IST)

मोहालीः पंजाब के शिक्षा विभाग ने राज्य के 2,800 सरकारी स्कूलों में जल्द स्मार्ट क्लास शुरू करने का फैसला किया है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक प्रशांत गोयल ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य शिक्षा गुणवत्ता प्रदान कर शिक्षा प्रणाली में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत एक हजार प्राथमिक और 1,800 सैकेंडरी स्कूलों में 64 करोड़ रुपए की लागत से लैपटॉप, मल्टी मीडिया प्रोजेक्टर और हाई स्पीड इंटरनेट सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट क्लास रूमों के अलावा 880 सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में 30 करोड़ रुपए की लागत से 5 -5 किलोवाट के कुशल ऊर्जा प्लांट लगाने का भी प्रस्ताव है। सरकार के इस कदम से  बच्चे सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित होंगे। इस कदम से सरकारी स्कूलों के बच्चे भी प्रतियोगिता की परीक्षाओं में भाग लेने के योग्य हो सकेंगे।

आपको बता दें कि 'स्मार्ट क्लास' में पढ़ाई ब्लैक बोर्ड पर नहीं बल्कि प्रोजेक्टर पर होती है। स्मार्ट क्लास में डिजीटल तकनीक से बच्चों को पढ़ाया जाता है। देश के कई स्कूलों में अब स्मार्ट क्लास में पढ़ाया जा रहा है। बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ने में दिलचस्पी दिखाते हैं। ऐसे में इसे विकासशील देश में शिक्षा की नई तस्वीर कहा जा सकता है। पढ़ाई का ये नया तरीका दिलचस्प और आसान है, लेकिन थोड़ा महंगा भी है।

इस के अलावा शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी ने कहा कि 880 स्कूलों में इस साल सोलर शक्ति प्लांट लगाने के लिए भी 30 करोड़ रुपए पंजाब सरकार की तरफ से खर्च किए जाएंगे जिस तहत इन स्कूलों को 5 किलोवाट कैपेसिटी की ऊर्जा तैयार करने के लिए साधन उपलब्ध करवाए जाएंगे| जिस के साथ इन स्कूलों की बिजली उपभोग का खर्चा घटेगा। 


 

Sonia Goswami

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