प्रशासन के लिए E-Learning बना चुनौती, हरियाणा में कहीं भी 100% छात्र नहीं ले रहे क्लास

Friday, May 01, 2020 - 12:23 PM (IST)

नई दिल्ली: कोरोना के खौफ के चलते किए गए लॉकडाउन में शिक्षा जगत के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल ई-लर्निंग के माध्यम से पढ़ाने की व्यवस्था करने के बाद भी बच्चे पढ़ाई में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिसका सबसे कारण इंटरनेट और एजुकेशन रेट का कम होना भी हो सकता है। हरियाणा सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार E-Learning में सबसे पीछे हरियाणा का कैथल जिला है। जहां मात्र 32% छात्र ही इस तकनीकि से शिक्षा ले पा रहे हैं, तो वहीं सबसे आगे झज्जर जिला हैं जहां 69% छात्र E-Learning के माध्यम से शिक्षा ले रहे हैं। 



हरियाणा में 10 वें नंबर पर जगह बनाने वाले गुरुग्राम के अधिकारियों ने कहा है कि E-Learning को लेकर बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्हें फोन के माध्यम से इसके फायदों के बारे में समझाएंगे और अपील करेंगे कि अपने घर पर ही E-Learning के द्वारा बच्चों की पढ़ाई कराई जा सके। 



वहीं गुरुग्राम की जिला शिक्षा अधिकारी इंदू बोकन ने कहा है कि E-Learning में शिक्षक काफी मेहनत कर रहे हैं, अधिक से अधिक छात्र इसका फायदा उठाएं इस पर जोर दिया जा रहा है। सभी छात्रों को सोशल साइट्स से पढाई करने के लिए मोटिवेट भी किया जा रहा है, हमारी यही कोशिश है कि सभी छात्र इस तकनीक का फायदा उठा सकें।

Riya bawa

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