इस सप्ताह मार्केट में एक नए रुख की शुरुआत संभव

Sunday, Jan 14, 2018 - 11:44 AM (IST)

आलोच्य सप्ताह (17 से 23 जनवरी तक) के प्रारंभिक हिस्से में सिर्फ मंगल ग्रह अपना राशि परिवर्तन करता है। मंगल तुला राशि पर से निकल कर वृश्चिक राशि पर प्रवेश करता है। इसके अतिरिक्त बुध, शुक्र, मंगल नक्षत्र पर अपनी स्थिति बदलते हैं। मंगल के राशि परिवर्तन के कारण ग्रह-योग में होने वाले फेरबदल तथा नक्षत्रों पर सितारों द्वारा अपनी स्थिति बदलने के परिणामस्वरूप मालूम देता है कि यह सप्ताह महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इसमें न सिर्फ अच्छी उठा-पटक ही होगी, बल्कि एक नए रुख की शुरूआत भी सम्भव नजर आती है।

 

यूं तो 17 जनवरी से मंदा रुख बन जाने की आशा है, फिर भी पक्का विचार यही है कि 17 जनवरी को बना रुख ही आगे बाजार पर आपकी पकड़ बनाए रख सकता है, इसलिए जरूरी है कि 17 तारीख के बाजार रुख को ध्यान में रख कर ही काम का प्रोग्राम बनाया जाए। आलोच्य सप्ताह में 17, 22, 23 जनवरी हलचल वाले दिन—वैसे 17 जनवरी के लिए किसी उपयुक्त समय पर लगा एकतरफा फायदा दे सकता है।


तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में 17 जनवरी वाला रुख सप्ताहांत तक चलता जाएगा। सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में यदि 17 जनवरी को रेट टूट जाएं तो फिर आगे मंदा का काम करें, किन्तु यदि 17 तारीख को रेटों में गिरावट न हो तो फिर मंदा का काम कदापि न करें—बीच में 22, 23 तारीख मजबूती वाली। कॉटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में शुरू सप्ताह से जो रुख बन गया, ख्याल है कि वही रुख आगे प्रभावी रहेगा।

 

शेयर मार्कीट में 17 जनवरी को झटका के साथ रेट एकतरफ चल सकते हैं ख्याल है कि 17 वाला रुख ही आगे प्रभावी रहेगा—बीच में 22 जनवरी मजबूती का असर दिखेगा। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में 17 जनवरी के रुख पर नजर रखें क्योंकि 17 जनवरी वाला रुख 23 तारीख तक बना रहेगा।


गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजारा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों, दालों इत्यादि में 17 जनवरी को मंदा बने तो आगे मंदा का काम करें, किन्तु यदि 17 जनवरी को तेजी बन गई तो फिर आगे सप्ताहान्त तक तेजी का काम करें। हाजिर मार्कीट में बिकवाल की दनदनाहट दिखाई देगी, इसलिए लवालों को संभल-संभाल कर काम करना चाहिए।

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