रहस्य, भारत में भी है रावण की एक लंका

Saturday, Nov 14, 2015 - 01:43 PM (IST)

रावण की नगरी श्रीलंका है यह तो सभी को मालुम है लेकिन क्या आप जानते हैं  रावण की एक लंका नगरी भारत में भी है। बुंदेलखंड का मुख्य द्वार ‘कालपी’ बहुत सारे ऋषियों-महार्षियों की तपोभूमि रहा है। वाल्मीकि, पराशर, वेदव्यास आदि ऋषियों के आश्रम यहां अवस्थित थे।

कालपी के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में मदारपुर के समीप व्यास क्षेत्र है। इस स्थान पर यमुना के करीब अच्छोर नाम का एक नाला है इसका प्राचीन नाम ‘व्यास गंगा’ है। यहीं पर कालप्प देव का टीला है। जो रावण की लंका के नाम से जाना जाता है। यहां एक बहुत बड़े परिसर में ऊंचे चबूतरे पर प्रसिद्ध मीनार भी है। जिसके मुख्य द्वारों पर नाग-नागिन अपना फन फैलाए छाया कि मुद्रा में हैं। बाईं तरफ चित्रगुप्त, शनिदेव और शिव मंदिर है तथा दांई ओर विशाल नाग हैं।
 
इसके अतिरिक्त रावण की इस लंका रूपी मंदिर में सत्ताइस नक्षत्र, भगवान के बारह अवतार, चार युग तथा समस्त ग्रह मंडल की संगमरमर से बनी खूबसूरत मूर्तियां हैं। मुख्य द्वार के दांई तरफ एक किनारे पर लंकामीनार है।
 
उसके समीप कुंभकर्ण की औसतन 60 फीट लेटी हुई तथा मेघनाद की बैठे हुए आसन में बहुत बड़ी प्रतिमाएं हैं। सम्राट हर्षवर्धन द्वारा बनाया गया श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर धर्म-कर्म करने वाले लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। 
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