5000 साल प्राचीन है ये शिवलिंग, दर्शनों से कोई भी इच्छा अधूरी नहीं रहती
Friday, Jul 29, 2016 - 12:46 PM (IST)
भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। धरती पर शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात स्वरूप माना जाता है। तभी तो शिवलिंग के दर्शन को स्वयं महादेव का दर्शन माना जाता है। इसी मान्यता के साथ श्रद्धालु सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा-अर्चना करते हैं।
संसार में बहुत सारे शिवलिंग हैं जहां भक्त दर्शनों के लिए जाते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे शिवलिंग के बारे में बता रहे हैं जिसे धरती पर अवस्थित हुए लगभग 5000 हजार साल हो चुके हैं।
गुजरात के मोसाद शहर से 14 किमी की दूरी पर मोसाद शिव मंदिर है। वैसे तो यहां प्रतिदिन भक्तों का आना-जाना लगा रहता है लेकिन सावन माह, शिवरात्रि और सोमवार को भक्तों का तांता लगता है।
दर्शनों के लिए आए भक्तों का कहना है 5000 हजार साल प्राचीन शिवलिंग के दर्शन करने के उपरांत आत्मिक शांति का अनुभव होता है। बहुत सारे भक्तों का मानना है की वह मन में जो इच्छा करके आएं हैं वह अवश्य पूर्ण होगी। भोले बाबा बहुत भोले हैं वह अपने किसी भक्त की कोई भी इच्छा अधूरी नहीं रहने देते।