भारत के ऐसे 7 शिव मंदिर जिनमें कदम रखने से ही पूरी हो जाएगी वर्षों पुरानी कामना

Wednesday, Jul 17, 2019 - 04:12 PM (IST)

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हिंदू पंचांग की शुरुआत चैत्र के माह से होती है और जिसमें पांचवा महीना सावन का महीना होता है। जोकि भगवान शिव का सबसे प्रिय माह माना जाता है। इस महीने में महिलाएं व पुरुष भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनका जलाभिषेक करते हैं। ऐसी मान्यता है कि सावन में व्रत रखने से खुश होकर भोलेनाथ लड़कियों को मनचाहा वर प्रदान करते हैं। वैसे तो शिव मंदिर जिसे शिवालय भी कहा जाता है, वह हर जगह, हर गली में देखने को मिल जाता है, लेकिन आज हम आपको कुछ विशेष शिव मंदिरों के बारे में बताएंगे, जो अपने-आप में ही खास महत्व रखते हैं। 

केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
मंदिर के बारे में कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध में जीतने के बाद पांडव भाइयों की हत्या के पाप से मुक्त होने के लिए वे भगवान शिव का आशीर्वाद लेने गए। परंतु भगवान क्रोधित होकर केदार में छुपकर बैल के रूप में अन्य पशुओं संग जा मिले। लेकिन जब पांडवों ने भगवान को ढूढ़ा और कोशिश करके उन्हें मना लिया। तभी से भगवान शिव बैल की पीठ की आकृति-पिंड के रूप में केदारनाथ में पूजे जाते हैं।

सोमनाथ मंदिर, गुजरात
इस विशाल मंदिर को भगवान शिव के बारहवें ज्योतिर्लिंग के नाम से भी जाना जाता है। यह तीर्थ पितृगणों के श्राद्ध, नारायण बलि आदि कर्म भी किए जाते हैं। इसके अलावा यहां तीन नदियों हिरण, कपिला और सरस्वती का महासंगम होता है, जिसे त्रिवेणी के नाम से भी जाना जाता है। 

अमरनाथ धाम, जम्मू-कश्मीर
ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव स्वयं अमरनाथ गुफा में विराजमान हैं। अमरनाथ गुफा के अंदर हिम शिवलिंग के दर्शन करने मात्र से लोगों को पुण्य की प्राप्ति होती है।

महाकालेश्वर, मध्यप्रदेश
कहा जाता है कि महाकालेश्वर में दर्शन करने वाले भक्तों का काल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसे पृथ्वी का एकमात्र मान्य शिवलिंग भी माना जाता है। यहां भगवान महाकाल की भस्म आरती, नागचंद्रेश्वर मंदिर, भगवान महाकाल की शाही सवारी मुख्य आकर्षण का केंद्र है।

भीमाशंकर मंदिर, महाराष्ट्र
12 ज्योतिर्लिंगों में से छठे नंबर पर है महाराष्ट्र का भीमाशंकर मंदिर आता है। इसके दर्शन से व्यक्ति को सारे दुख से समाप्त हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त श्रद्धापूर्वक इस मंदिर में रोज प्रातः काल में सूर्योदय के बाद दर्शन करता है, उसके पिछले जन्मों के पाप तक दूर हो जाते हैं और उसके लिए स्वर्ग के रास्ते खुल जाते हैं।

काशी विश्वनाथ, उत्तर प्रदेश
ऐसी मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से भक्तों के लिए मोक्ष का द्वार खुल जाता है और भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। यहां आने मात्र से ही भक्तों की हर तकलीफ दूर हो जाती है।

बैद्यनाथ धाम, झारखंड
इस मंदिर की खास बात यह है कि इसके शिखर पर त्रिशूल के बजाय ‘पंचशूल’ है। वैसे तो साल भर यहां भक्तों की भीड़ रहती है लेकिन सावन के दौरान पूरा मंदिर केसरिया पहने शिवभक्तों से रंग जाता है।

Lata

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