माथे की लकीरों के जरिए भी जान सकते हैं अपना भविष्य

Wednesday, Dec 11, 2019 - 11:25 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर सबने हाथों की लकीरों के बारे में तो सुना ही होगा कि इनका कनेक्शन भाग्य से जुड़ा हुआ होता है, लेकिन आपको बता दें कि माथे की लकीरों के जरिए से भी व्यक्ति के भाग्य के बारे में पता लगाया जा सकता है। सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक किसी भी व्यक्ति के माथे की लकीरों को देखकर यह ज्ञात किया जा सकता है कि वह कितना भाग्यशाली है। इसके साथ ही माथे की लकीरें व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य की ओर इशारा करती हैं।

माथे की पहली लकीर
सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के माथे की पहली लकीर का संबंध धन से होता है। यह लकीर भौहों के निकट बनती है और इसे धन की लकीर भी कहते हैं। कहते हैं कि जिस व्यक्ति की  माथे की पहली लकीर जितनी स्पष्ट होगी, वह उतना ही धनवान होगा। परंतु यदि माथे की यह लकीर स्पष्ट नहीं होती है तो इससे ये संकेत मिलता है कि व्यक्ति को धन से जुड़ी समस्याएं होंगी। 

दूसरी लकीर 
माथे पर दूसरी लकीर व्यक्ति के स्वास्थ्य जीवन से जुड़ी हुई होती है। यह भौहों के निकट की होती है। अगर ये लकीर गाढ़ी और साफ दिखाई देती है तो, इसका मतलब है कि उस व्यक्ति का स्वास्थ्य जीवन अच्छा होगा। लेकिन वहीं अगर ये लकीर पतली और हल्की होती है तो व्यक्ति को स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पडड सकता है।

तीसरी लकीर 
कहते हैं कि तीसरी लकीर भाग्य के साथ जुड़ी हुई होती है और ये बहुत कम लोगों के माथे पर दिखती है। 

चौथी लकीर
माथे पर बनने वाली चौथी लकीर का संबंध जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव से होता है। हालांकि ये लकीर 26 से 40 वर्ष तक के उतार-चढ़ाव और संघर्ष के बारे में बताती है। 

पांचवीं लकीर
माथे पर बनने वाली पांचवीं लकीर को खतरनाक माना जाता है। यह लकीर जीवन में तनाव और चिंता को दर्शाती है। 

छठी लकीर 
माथे पर छठी लकीर को दैवीय लकीर कहा जाता है, क्योंकि यह लकीर संकेत देती है कि व्यक्ति के ऊपर दैवीय कृपा है। ऐसे व्यक्ति जीवन में अचानक से ही सफल होते हैं।

Lata

Advertising