क्या यज्ञ है आपकी हर परेशानी का हल ?

Tuesday, Mar 12, 2019 - 01:28 PM (IST)

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सभी अपने जीवन में सफलता पाने के लिए मेहनत के साथ-साथ परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए अनेकों तरह के उपाय आदि भी करता है। परंतु फिर भी कई बार सफलता की जगह उनके हाथ असफलता ही आती है। क्या आपके साथ भी ऐसा है? घबराईए मत अगल आपके साथ भी ऐसा है तो हम आपको कुछ ऐसा बताएंगे कि जिससे आपकी मन की हर इच्छा पूरी हो सकती है। तो अगर इस बात को जानने के इच्छुक हैं तो हमारे द्वारा आगे बताई जाने वाली बातें ज़रूर पढ़ लें।

ज्योतिष के अनुसार अगर आप चाहते हैं कि आपके मन में उठने वाली हर इच्छा पूरी हो जाएं तो सप्ताह में एक दिन या फिर पूर्णिमा या अमावस्या तिथि को एक काम अपने घर में ज़रूर करते रहे। इसके साथ ही आजीवन किसी चीज का अभाव नही रहेगा।

इतना तो लगभग सब जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म में की जाने वाली पूजा अर्चना में हवन यज्ञ करना अनिवार्य माना गया है। बता दें कि हवन को आमतौर पर यज्ञ के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों में हवन व यज्ञ घर-परिवार और वातावरण के शुद्धिकरण के लिए अधिक महत्वपूर्ण कर्मकांड है।

माना जाता है कि हवन के दौरान कुंड में अग्नि के द्वारा देवताओं को अपनी इच्छाएं और कामनाएं बताई जाती हैं। इसके साथ ही ये भी मान्यता है कि अगर घर में या घर के आस-पास किसी तरह की नेगेटिव एनर्जी या बुरी आत्मा का साया हो तो यज्ञ के प्रभाव से वह दूर हो जाता है। तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण बातें। साथ ही ये भी जानते हैं कैसे यज्ञ करने के आपकी सारी समस्याओं के अंत हो सकता है।

यज्ञ से मिलते है ये लाभ
बता दें कि यज्ञ में लगभग आम की लकड़ियों का ही प्रयोग किया जाता है। इससे वातावरण में मौज़ूद खतरनाक बैक्टीरिया और जीवाणु खत्म हो जाते हैं।

ज्योतिष के अनुसार अगर आधे घंटे तक यज्ञ में बैठा जाए तो हवन के धुएं का शरीर से सम्पर्क होता जिससे टाइफाइड जैसे जानलेवा रोग फैलाने वाले जीवाणु खत्म हो जाते हैं और शरीर शुद्ध हो जाता है।

किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी को दूर करने के लिए घर में यज्ञ करवाना चाहिए। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है।

यज्ञ के साथ-साथ यज्ञ में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों का बहुत महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि जब उनकी आहुति दी जाती है तो तीक्ष्ण से तीक्ष्ण विषाणुओं का नाश हो जाता है।

तो वहीं यज्ञ के धुएं के सम्पर्क में रहने से मनुष्य के मस्तिष्क, फेफड़ें और श्वास संबंधी समस्याएं नष्ट हो जाती हैं। कहा जाता है कि इसकी मदद से श्वसन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है।

इसके अलावा धनपति बनने की इच्छा रखने वाला को नियमित, साप्ताहिक, अमावस्या या फिर पूर्णिमा तिथि को ब्रह्म मुहूर्त में यज्ञ करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से  कुछ ही दिनों में सारे अभाव दूर होने लगते हैं।

जिस व्यक्ति की राशि में ग्रहों की चाल खराब हो तो ऐसे लोगों को यज्ञ करना चाहिए। इससे कुंडली के दोष का भी निवारण किया जा सकता हैं।
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Jyoti

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