पत्नी की ये आदतें पति को कर सकती हैं बर्बाद

Wednesday, Dec 26, 2018 - 04:08 PM (IST)

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रामायण में श्रीराम कथा के साथ-साथ सुखी और सफल जीवन जीने के लिए बहुत सारी नीतियां बताई गई हैं। जिनका पालन यदि रोजमर्रा के जीवन में किया जाए तो बहुत सारे जाने-अनजाने झमेलों से बचा जा सकता है। जब श्रीराम को वनवास होता है तो वन में देवी सीता और माता अनसूया की भेंट होती है। उन दोनों के संवाद पर आधारित बातचीत से जानें कब किसी व्यक्ति को परखा जा सकता है। माता अनसूया कहती हैं- धीरज, धर्म, मित्र अरु नारी। आपद काल परखिए चारी।

अर्थात- किसी भी व्यक्ति के धैर्य की परख तनाव में होती है। अक्सर व्यक्ति गुस्से में कोई न कोई गलत कदम उठा लेता है। धर्म के प्रति किसी इंसान में कितनी आस्था है, इस बात का पता दुख के समय लगता है। कठिन समय आने पर भी जो अधर्म के मार्ग पर नहीं चलता वह ही श्रेष्ठ व्यक्ति है। लाइफ के बुरे दौर में दोस्तों और रिश्तेदारों को परखने का मौका मिलता है। जो कठिन समय में साथ निभाएं वो ही हमारे सच्चे हितैषी होते हैं।

सबसे अहम और खास बात जो माता अनसूया ने देवी सीता को बताई वो है पत्नी की परख कैसे और कब होती है। जिस समय पति के धन का नाश हो जाता है। समाज और नाते-रिश्तेदार दूर भागने लगते हैं। उस समय जो पत्नी अपने पति का साथ निभाती है, वह उत्तम होती है। अच्छी पत्नी अपने पति को हर हाल में सुखी रखने का प्रयास करती है। पत्नी के अंदर जज्बा हो तो वह पति के हर बुरे समय का नाश करा सकती है।

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Niyati Bhandari

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