ACCIDENT से बचने के लिए अपनाएं ये ज्योतिष उपाय

Thursday, May 09, 2019 - 04:36 PM (IST)

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आज कल की भागदौड़ भरी लाइफ में खुद को सुरक्षित रख पाना कोई आसान काम नहीं है। मगर ये मुश्किल हो या न हो, चाहेगा तो हर व्यक्ति यही कि वो हमेशा सुरक्षित रहे। परंतु अक्सर लोग अपनी जल्दबाज़ी के चलते ऐसी दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं, जिसके बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं होता। ज्यादातर ये दुर्घटना वाहन चलाते समय सड़क पर होती हैं। इसका मुख्य कारण तेज़ वाहन चलाना होता है। लेकिन आपको बता दें कि इसका संबंध ज्योतिष से भी है। जी हां, कहा जाता है कि इसका दुर्घटना को ज्योतिष के नज़रिए से भी जोड़ा गया है। इसके मानें तो दुर्घटना कुंडली में कुछ अशुभ ग्रहों की वजह दुर्घटना होती है।

तो आइए जानते हैं ज्योतिष से कि वाहन दुर्घटना से बचाव के लिए कौन से उपाय किए जा सकते हैं।ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली का चौथा भाव वाहन योग को दर्शाता है, अगर इस भाव का स्वामी पीड़ित हो जाए, अस्त या नीच हो जाए। साथ ही चौथे भाव के स्वामी का योग किसी पापी ग्रह से हो जाए या चौथे भाव पर राहु-शनि की दृष्टि हो तो ऐसे में वाहन दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।

बता दें कि कुंडली के चौथे भाव का स्वामी शुक्र को कहा जाता है। जब कुंडली में किसी भी कारण से ये ग्रह अशुभ या कमज़ोर होता है तो ऐसे में भी वाहन दुर्घटना के योग बढ़ जाते हैं।

इन हालातों से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय दिए जाते हैं। इस उपाय को करने की पीछे का कारण यही होता है कि भविष्य में चलकर ऐसी किसी  दुर्घटना का सामना न करना पड़े।

उपाय-
एक छोटा सा चौकोर लाल रुमाल लें, इस लाल रुमाल के चारों किनारे पर लाल चंदन में गंगाजल मिलाकर स्वस्तिक बनाएं। इसके बाद रुमाल के बीच में भी एक स्वस्तिक बना दें और उनमें कुछ छुहारे रख दें।।

फिर हनुमान जी का स्मरण करें और ॐ श्री रामाय, ॐ श्री हनुमते नमः का 108 बार जाप करें।

श्रीराम और हनुमान जी का ध्यान करते हुए दक्षिण दिशा की तरफ़ मुख करके छुहारों को रुमाल में बांध लें फिर इस पोटली को अपने घर में या किसी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी के चरणों से लगाकर अपने वाहन में रख लें। मान्यता है कि ऐसा करने से हर प्रकार की वाहन दुर्घटना से बचाव होता है।

Jyoti

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