अफगानिस्तान में गरीबी और स्त्रियों की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन ?

Thursday, Aug 26, 2021 - 07:28 AM (IST)

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Afghanistan Taliban Crisis Highlights: अफगानिस्तान के चारों तरफ भूमि है। एक ओर पूर्व ईशान कोण चील की गर्दन के रूप में जरूरत से ज्यादा बढ़ गया है साथ ही बहुत ऊंचा भी है तो दूसरी ओर नैऋत्य कोण भी बढ़ा हुआ है जो कि काफी निचाई पर है। यूं तो पूरा अफगानिस्तान समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर है, किन्तु इसके ईशान कोण में समुद्रतल से बहुत ज्यादा ऊंचाई है। जहां पर बदख्शां Badakhshan है। इसी के साथ उत्तर में भी काफी ऊंचाई है। काबुल भी पहाड़ियों से घिरा हुआ है।

Afghanistan news india: अफगानिस्तान का नैऋत्य कोण स्थित निमरूज वाला भाग समुद्र तल से सबसे कम ऊंचाई पर है अर्थात अफगानिस्तान का सबसे नीचा भाग है। अफगानिस्तान में बहने वाली नदी पश्चिम नैऋत्य स्थित जरंज से निकलती है।

वहीं पश्चिम नैऋत्य में बहुत बड़ी झील है। नैऋत्य कोण में दो बड़ी झील है। अफगानिस्तान का पूरा ढलान, दक्षिण, नैऋत्य और पश्चिम दिशा की ओर है।

Violence against Women in Afghanistan: इन्हीं वास्तु स्थितियों के कारण अफगानिस्तान सदियों से कभी तरक्की नहीं कर सका, हमेशा युद्ध, मारकाट, आपसी लड़ाइयों में लगा हुआ है और हमेशा लगा ही रहेगा। ईशान कोण और पूर्व दिशा के दोषों के कारण हमेशा शिक्षा की कमी रहेगी। आग्नेय कोण के दोषों के कारण विवाद रहेंगे, शत्रुता रहेगी, यहां के लोगों की बुद्धि कुण्ठित रहेगी।

नैऋत्य कोण के दोषों के कारण गरीबी रहेगी एवं दक्षिण दिशा के दोषों के कारण स्त्रियों के साथ हमेशा जुल्म और अत्याचार होते रहेंगे। देश की आर्थिक स्थिति कभी-भी अच्छी नहीं हो पाएगी। विदेशियों के साथ हमेशा आपसी विवाद बने रहे हैं और बने रहेंगे। यहां सदैव केवल गरीबी और अराजकता ही रहेगी।
वास्तु गुरु कुलदीप सलूजा
thenebula2001@gmail.com

Niyati Bhandari

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