...तो इन कारणों की वजह से इंसान को मिलती है असफलता ?

Saturday, Sep 19, 2020 - 05:29 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर जब इंसान को सफलता मिलती है तो वो उसका पूरा श्रेय अपनी मेहनत और काबलियत को देता है परंतु जब भी कोई व्यक्ति असफल होता है तो हमेशा उसका कारण किसी और को बताता है। यहां तक कि कुछ लोग इसमें भगवान तक की गलती निकाल देते हैं। व्यक्ति ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि वे अपनी खूबियों से तो रूबरू होना पसंद करते हैं मगर अपनी कमियों से नहीं। अगर चाणक्य की मानें तो प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में होने वाले अच्छे बुरे काम के लिए हमेशा स्वयं ही जिम्मेवार होता है। अगर व्यक्ति अपनी इन कमियों को परखकर सुधार लेता है तो असफलता सफलता बदल जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति की असफलता का कारण क्या होता है। 

आचार्य चाणक्य कहते हैं किसी भी इंसान को सफलता से असफलता तक लाने में सबसे बड़ा हाथ उसकी आदतों का होता है। जिन लोगों को गलत आदतों की लत लग जाती है, उनकी प्रतिभा का तो नाश होती ही है साथ ही साथ वे जीवन में बर्बादी की ओर बढ़ते जाते हैं। इसलिए चाणक्य द्वारा बताई गई आदतों को जितनी जल्दी हो सके निकाल बाहर फेंक देना चाहिए। 

*आचार्य चाणक्य के अनुसार अंहकार बड़े से बड़े व्यक्ति को तबाह कर देता है। चाणक्य कहते हैं जो व्यक्ति किसी पद पर बैठकर अपने औधे का तथा धन का अंहकार करता है, ऐसे लोग जीवन में बहुत जल्दी असफलता को प्राप्त हो जाते हैं। धार्मिक शास्त्रों में भी अहम से जुड़े कई ऐसे तथ्य पढ़ने को मिलते हैं जिस के माध्यम से ये जानने को मिलता है कोई व्यक्ति अपने अहम के साथ जीवन में आगे नहीं बढ़ सकता है। 

*कुछ लोगों की आदत होती है वह अपने जीवन में कुछ खास काम कर तो पात नहीं बल्कि बातें बनाने में सबसे आगे होते हैं। चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने जीवन में हमेशा दूसरों को कोई भी बात करते समय अनावश्यक बातें जोड़ लेता है और बढ़ा-चढ़ाकर बातें करता है, वो हमेशा असफल होता है। चाणक्य कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। मगर अफसोस  कभी सफसता की बुलंदियों को छू नहीं पाता इसलिए चाणक्य कहते हैं व्यक्ति को डींग मरने की आदत से बचना चाहिए. क्योंकि समाज में इन जैसे लोगों को कोई गंभीरता से नहीं लेता। 

*हमेशा हर स्थिति में सच का साथ देना चाहिए, क्योंकि जो व्यक्ति झूठ बोलता है उसे समाज में कुछ समय के लिए तो सम्मान मिलता है परंतु उसके झूठ का पर्दाफाश होते ही हर कोई उससे दूरी बना लेता है। जिस कारण वो समाज में बदनामी का हकदार बन जाता है। 

 

Jyoti

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