दुख का एहसास कब और क्यों होता, ये है मूल कारण

Thursday, Jun 09, 2022 - 09:27 AM (IST)

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What is the reason for feeling sad :  दुख एक ऐसा शब्द है, जिससे सभी प्राणी दूर भागने की कोशिश करते हैं । दुख 84 लाख योनियों में किसी को भी बर्दाश्त नहीं है । दुख लेना कोई नहीं चाहता है । यह दुख एक मच्छर से लेकर हाथी तक को होता है । दुख शब्द भावना के साथ जुड़ा होता है। दुख और दर्द में भिन्नता होती है । दर्द बुद्धि के साथ जुड़ा होता है । भावना हमेशा मन, नेत्र, श्रोत और आत्मा के साथ जुड़ी होती है । जब शरीर में मन, नेत्र, श्रोत और आत्मा आहत होते हैं तो दुख का एहसास होता है । मन किसी चीज़ की जिज्ञासा करता है और वो चीज़ पूर्ण नहीं होती है तो मन को दुख का एहसास हो जाता है । जब मन दुखी होता है तो शरीर दुखी हो जाता है । शरीर दुखी होता है तो हमारी चेतना दुखी होती है, और चेतना का संबंध अन्तःकरण के साथ होता है । अन्तःकरण में दुख संचित हो जाता है । इसी प्रकार नेत्र जब किसी अशुभ दुर्घटना को देखते हैं या अशुभ चित्र को देखते हैं तो मन दुखी हो जाता है । नेत्र उस चित्र को अन्तःकरण को भेज देते हैं जिसके कारण दुख का एहसास होता है । जैसे आप फिल्म में कोई अशुभ सीन देखते हैं तो मन दुखी हो जाता है ।

इसी प्रकार जब कान किसी अप्रिय शब्द को सुनते हैं तो वो शब्द मन को दुखी करता है और मन उस शब्द को अन्तःकरण को भेज देता है, जिसके कारण दुख का एहसास होता है । इसी प्रकार आत्मा जायज और नाजायज दुख का एहसास करती है । जब आप पवित्र भावों की स्थिति में होते हैं और उस समय आपके ऊपर कोई गलत आरोप लगाता है तो आपकी आत्मा आहत होती है। जिसके कारण दुख का एहसास होता है । जब 5 इंद्रियां और 5 कर्मेन्द्रियों की इच्छाएं पूर्ण नहीं होती हैं तो दुख की उत्पत्ति होती है । दुखों पर नियंत्रण करने के लिए अपनी इच्छाओं का दमन करना सीख लो या उनसे समझौता कर लो तो दुख का एहसास कम हो जाता है । जब दुख का एहसास कम होगा तो शरीर भी निरोगी और स्वस्थ रहेगा ।



डॉ एच एस रावत (सनातन धर्म चिंतक) 

Niyati Bhandari

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