प्रेम का महीना माना जाता है सावन, जानें बारिश से क्या है इसका CONNECTION

Tuesday, Jul 23, 2019 - 07:00 PM (IST)

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सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास है। इसका कारण है इस महीने का शिव जी का प्रिय होना। कहा जाता है इस पूरे महीने में शिव की पूजा करने से ही बेहद शुभ फलों की प्राप्ति होती है। यही नहीं इस महीने में शिव जी की आराधना करने घर के कलह-क्लेश दूर होता है। साथ ही जिस भी  जातक को अपने व्यवसाय व बिज़नेस को लेकर किसी तरह की परेशानी सता रही हो या कोई घर के वास्तु दोष से दुखी हो तो भोलेनाथ की पूजा से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। कहने का भाव ये है कि सावन में शिव पूजन से लाइफ की हर तरह की परेशानियों को मिटाया जा सकता है।

सावन व साधना
कहा जाता है सावन और साधना के बीच चंचल व गतिशील मन की एकाग्रता एक बहुत अहम कड़ी होती है, जिसके बिना कोई भी व्यक्ति परम तत्व की प्राप्ति नहीं कर सकता। कहते हैं साधक की साधना जब शुरू होती है, तब मन एक विकराल बाधा बनकर खड़ा हो जाता है, उसे नियंत्रित करना सहज नहीं होता। लिहाजा मन को साधने में साधक को लंबा और धैर्य का सफ़र तय करना होता है इसलिए कहा गया है कि मन ही मोक्ष और बंधन का कारण है।  

बारिश व सावन
ये तो सब जानते ही हैं कि सावन के महीने में सबसे ज्यादा बारिश होती है। ऐसा कहा जाता है कि सावन में होने वाली बारिश शिव के गर्म शरीर को ठंडक प्रदान करती है। भगवान शंकर ने स्वयं सनतकुमारों को सावन महीने की महिमा बताई है कि मेरे तीनों नेत्रों में सूर्य दाहिने, बाएं चन्द्रमा और अग्नि मध्य नेत्र है। जब सूर्य कर्क राशि में गोचर करता है, तब सावन महीने की शुरुआत होती है। सूर्य गर्म है, जो ऊष्मा देता है, जबकि चंद्रमा ठंडा है जो शीतलता प्रदान करता है। इसलिए सूर्य के कर्क राशि में आने से झमाझम बारिश होती है। जिससे लोक कल्याण के लिए विष को पीने वाले भोलेनाथ को ठंडक व सुकून मिलता है। इसलिए शिव का सावन से इतना गहरा लगाव है।

प्रेम का महीना
इस महीने में उपवास रखने से ही माता पार्वती को मनचाहे भगवान शिव वर के रूप में प्राप्त हुए थे इसलिए अगर आप वाकई में आप किसी से सच्चा प्रेम करते हैं या करती हैं तो इस सावन महीने में सोमवार को व्रत ज़रूर करें, आपका प्यार हमेशा के लिए आपका हो जाएगा।

Jyoti

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