Kundli Tv- क्या है भगवान गणेश और नागलोक का CONNECTION
punjabkesari.in Tuesday, Oct 09, 2018 - 01:54 PM (IST)
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गणों के राजा गणपति देवों के देव महादेव और माता पार्वती के पुत्र हैं। इन्हें मिले वरदानों के कारण हिंदू शास्त्रों में हर शुभ काम करने से पहले इनकी पूजा करना आवश्यक है। इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहते हैं। इनके बारे में धर्म ग्रंथों में बहुत सी कथाएं पढ़ने को मिलती है, जिसके द्वारा हमें इन्हें जानने का मौका मिलता है। तो आइए आज हम आपको इनसे जुड़ी एक एेसी कथा के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शायद आपने कभी सुनी होगी।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान गणेश को पाताल लोक का राजा माना जाता था। जी हां, इस से संबंधित कथा का वर्णन गणेश पुराण में पढ़ने को मिलता है। इस कथा के अनुसार गजानन पराशर ऋषि के अाश्रम में अपने कुछ मित्रों के साथ खेल रहे थे। उसी समय वहां एक नाग कन्या प्रकट होती है और भगवान गणेश को अपने साथ चलने के लिए कहती है। भगवान गणेश उस नाग कन्या के साथ नागलोक जाते हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया जाता है और उनके सामने भोजन के अलग-अलग व्यंजन परोसे जाते हैं।
परंतु जब नागलोक के राजा वासुकि को उनके आने का पता चलता है। जब वह उन्हें मिलता है तो वह उनके मुख और मोटे पेट का मज़ाक उड़ाता है। जिससे भगवान गणेश क्रोधित हो जाते हैं। गुस्से में आकर वो वासुकि के सर पर पैर रख देते और उसका मुकुट भी छीन लेते हैं। बता दें कि वासुकि वहीं सांप है, जिसने समुद्रमंथन के समय महासागर को माथा था।
जब इस पूरी घटना के बारे में वासुकि के बड़े भाई शेषनाग को पता चलता है तो वह बहुत क्रोधित हो जाता है और अपने भाई के पास पहुंचता है। लेकिन वहां पहुंचकर वो भगवान गणेश को देखता है तो उसका सारा गुस्सा शांत हो जाता है। वह अपने भाई को उसकी भूल का एहसास करवाकर उसे गणपति से क्षमा याचना करने को कहते हैं। इसके बाद वे गणपति को एक दिन के लिए नागलोक का राजा घोषित कर देते हैं।
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