साप्ताहिक राशिफल- जानिए किस राशि को मिलेगा भगवान का आशीर्वाद और कौन होगा निराश

Sunday, Nov 17, 2019 - 04:49 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज 17 नवंबर, से इस माह का तीसरा सप्ताह शुरू हो गया है। जिसमें हिंदू धर्म के मुख्य त्यौहार व पर्व मनाए जाएंगे। जिसमें मुख्य रूप से उत्पन्ना एकादशी तथा कालभैरव जयंती मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन श्री हरि का षोडशोपचार पूजन करना चाहिए तथा उन पन गौघृत में का दीपक करें, चंदन से धूप करें, गैंदे का फूल करें। रोली चढ़ाएं, रबड़ी व सेब चढ़ाएं, और लाल चंदन की माला से इस विशेष मंत्र से का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग किसी ब्राह्मण को दान करें। इसके अलावा अपना साप्ताहिक राशिफल जानने के लिए किल्क करें यहां।

इसके अलावा काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। काल भैरव भगवान शिव के अवतार हैं। कहा जाता है कि इनकी पूजा से जीवन से हर तरह की नकारात्क ऊर्जा, जादू-टोने, भूत-प्रेत आदि से छुटकारा मिलता है। शास्त्रों में कहा गया है कि इन्हें प्रसन्न कर व्यक्ति विभिन्न लाभ पा सकता है, जैसे- जीवन में सफलता, रुके हुए काम में सफलता, बीमारियां और दरिद्रता का दूर होना आदि। इस दिन सुबह जल्दी उठकर, स्नानादि करके प्राचीन भैरव मंदिर में जाएं। वहां जाकर इनका दूध से अभिषेक करें। माना जाता है कि ऐसा करने से काल भैरव अधिक प्रसन्न होते हैं।

भैरव जी की प्रतिमा के आगे तेल का दीपक जलाएं, इसके बाद उन्हें इमरती और मदिरा का भोग अवश्य लगाएं।

इस दिन भैरव के मंदिर में जाकर उड़द और सिद्ध एकाक्षी श्रीफल को अर्पित करते हुए उनसे अपनी मन्नत पूरी होने की मनोकामना करें।

मन्नत की पूर्ति के लिए पूरे विधि-विधान के साथ भैरवनाथ को उनकी प्रिय वस्तुएं रोली, सिंदूर, रक्तचन्दन का चूर्ण, लाल फूल, गुड़, उड़द का बड़ा, धान का लावा, ईख का रस, तिल का तेल, लोहबान, लाल वस्त्र, भुना केला और सरसों का तेल आदि ज़रूर चढ़ाएं।

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भैरव जी की सवारी काला कुत्ता है। इसलिए इसदिन इसे प्रसन्न करना न भूलें। इसके लिए किसी भी काले कुत्ते को कच्चे दूध के साथ इमरती ज़रूर खिलाएं।

इसके अलावा यहां जानें इस सप्ताह अन्य व्रत व त्यौहार-
17 नवम्बर लाला लाजपतराय बलिदान दिवस

19 नवम्बर श्री काल भैरवाष्टमी, कालाष्टमी, भैरव जयंती, श्रीमती इंदिरा गांधी एवं महारानी लक्ष्मी बाई जयंती, सिटीजन डे

22 नवम्बर उत्पन्ना एकादशी व्रत (स्मार्त), राष्ट्रीय शक मार्गशीर्ष मासांरभ, श्री महावीर दीक्षा दिवस (जैन)

23 नवम्बर त्रिस्पर्शा महाद्वादशी, श्री सत्य साईं बाबा जयंती।

Jyoti

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