मार्च का पहला सप्ताह लेकर आया है खुशियों की बहार

Sunday, Mar 01, 2020 - 10:04 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
तारीख 01 मार्च दिन रविवार फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। साल 2020 के तीसरे महीने की शुरूआत आज से हो गई है। ये मास फाल्गुन व चैत्र का मिलजुला होता है। बता दें कि ये हफ्ता 1 से 7 मार्च कर चलेगा और इस दौरान कई व्रत व त्योहार आएंगे। इसके साथ ही ये सप्ताह आपका कैसा बीतेगा, जानने के लिए यहां क्लिक करें। 

03 मार्च से होलाष्टक शुरू हो जाएगा, जिस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। ऐसे में हर किसी को भगवान के नामों का जाप करना होता है। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर पूर्णिमा तक ग्रहों की दशा का स्वरूप उग्र होता है। फाल्गुन शुक्ल आष्टामी को चंद्रमा, नवमी को सूर्य, दशमी को शनि, एकादशी को शुक्र, द्वादशी को बृहस्पति, त्रयोदशी को बुध और चतुर्दशी को मंगल और पूर्णिमा को राहु उग्र रूप में रहते हैं। ऐसे में इंसान का मन कई प्रकार के दुविधाओं से घिरा रहता है, इसलिए कोई भी शुभ कार्य बनने के बजाय बिगड़ने की संभावना अधिक रहती है।
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इसके साथ ही एकादशी व्रत का पालन किया जाएगा और जिसका नाम आमलकी एकादशी है। जैसा कि इसके नाम से पता चल रहा है कि इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाएगी। आंवला को शास्त्रों में श्रेष्ठ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार आंवले के पेड़ को भगवान विष्णु ने ही जन्म दिया था।   
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बता दें कि इसी सप्ताह के अंत में प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस बार ये व्रत शनिवार के दिन पड़ रहा है तो इसे शनि प्रदोष के नाम से जाना जाएगा। मान्‍यता हैं जो भी इस दिन पूरी श्रद्धा से शनि की उपासना करता है। उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। शनि प्रदोष करने से शिव शंभू और शनिदेव दोनों की कृपा बरसती है। शनि प्रदोष व्रत करने से संतान होने में आ रही बाधा भी दूर होती है।

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