कल का बुधवार है खास, कुत्ते को खिलाया ये सामान बदल देगा आपका जीवन

Tuesday, Feb 06, 2018 - 03:02 PM (IST)

बुधवार दि॰ 07.02.18 को फाल्गुन कृष्ण की प्रदोष व्यापीनी अष्टमी को बुध कालाष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन महादेव के रुद्रावतार भैरव की पूजा का विधान। नारद पुराण के अनुसार कालाष्टमी के दिन भैरव व दुर्गा पूजन किया जाता है और इस दिन कुत्ते को भोजन करवाना शुभ मानते हैं। पौराणिक मतानुसार ब्रह्मा व विष्णु के बीच श्रेष्ठ होने का विवाद उत्पन्न हुआ। विवाद के समाधान हेतु देव व मुनि महादेव के पास पहुंचे। सभी ने सहमति से महादेव को श्रेष्ठ माना। परंतु ब्रह्मदेव इससे सहमत नहीं हुए व महादेव का अपमान कर दिया। इस पर महादेव के क्रोध से भैरव का जन्म हुआ। श्वान पर सवार भैरव के हाथ में दंड था। इसी कारण उन्हें दण्डाधिपति कहते हैं। भैरव के अत्यंत भयंकर रूप को देखकर भयभीत ब्रह्मदेव ने महादेव व भैरव की वंदना की। बुध कलाष्टमी पर देवी दुर्गा के सुनंदा स्वरूप और भैरव के त्रयंबक स्वरूप के पूजन का विधान है। त्रयंबक भैरव का पूजन हरे मूंग व मिश्री से किया जाता है। इस दिन त्रयंबक भैरव के विधिवत व्रत, पूजन व उपाय से रोगों का शमन होता है, शत्रुओं का दमन होता है व विवादों में जीत मिलती है।


पूजन विधि: प्रदोषकाल में हरे वस्त्र पर भैरव का चित्र स्थापित कर विधिवत पूजन करें। नारियल तेल का चौमुखी दीपक जलाएं, तगर से धूप करें, मेहंदी से तिलक करें, पीले फूल चढ़ाएं,बिल्व पत्र चढ़ाएं, रोटी पर मूंग व मिश्री रखकर भोग लगाएं। किसी माला से इस विशेष मंत्र का यथासंभव जाप करें। रोटी किसी कुत्ते को डालें। 


पूजन मुहूर्त: शाम 18:25 से शाम 19:25 तक।
पूजन मंत्र: त्रीं त्रिलोचनाय भैरवाय नमः॥ 

 

उपाय
रोगों के शमन हेतु भैरव पर चढ़ी 6 मौसमी किसी कन्या को भेंट करें।


विवादों में जीत हेतु भैरव पर अर्पित अंगूर किसी वृद्ध स्त्री को खिलाएं।


शत्रुओं के दमन हेतु भैरव पर अर्पित 6 जलेबी किसी कुत्ते को खिलाएं।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

 

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