जून में हैं शादी के ये 6 शुभ मुहूर्त, इसके बाद 4 महीने तक लग जाएगी बैंड-बाजे पर रोक

Thursday, Jun 11, 2020 - 01:39 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कोरोना संकट के दौरान हर तरह के काम में रूकावटें आ रही हैं। जहां एक तरफ़ लोगों के सभी तरह के काम बंद हो गए हैं, तो दूसरी ओर ब्याह-शादी के कार्यक्रम स्थगित किए जा रहे हैं। मगर अनलॉक के बाद अब इस पर फिर से जो़र देना शुरू गया है। हिंदू धर्म की मानें तो किसी भी तरह का धार्मिक अनुष्ठान बिना षुभ मुहूर्त देखे संपन्न नहीं किया जाता है। चूंकि इस समय देश-दुनिया में जो हालात है काफी लोग मंदिर आदि ना जने के कारण इस बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल नहीं कर पा रहे। इसी को मद्देनजर रखते हुए आपके लिए इसी से संबंधित जानकारी लेकर आए हैं। जिसमें हम आपको बताएंगे जून से लेकर दिसंबर तक के विवाह मुहूर्त। बताया जा रहा है जून में इस शुभ काम के लिए कुछ ही तारीखें शेष रह गई हैं। तो अगर आप घर बैठे जानना चाहते हैं कि ये शेष तिथियां कौन-कौन सी हैं तो बता दें आपकी ये इच्छा हम पूरी किए देते हैं। जिसकी मदद से आप जून के इस महीने में सोचे हुए हर तरह के धार्मिक कार्य को अंजाम दे पाएंगे। 

विवाह मुहूर्त (जून से दिसंबर तक): 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 9 जून से शुक्र ग्रह के उदय के बाद अब 11 जून यानि आज से शादी ब्याह के काम दोबारा शुरू होने लगेंगे। बताया जा रहा है इस महीने की 11, 15, 17, 27, 29, 30 तारीख विवाह के लिए शुभ है।

जिसके बाद अगले चार महीनों तक यानि जुलाई से लेकर नवंबर तक शादी ब्याह के कार्यों पर पूरे तरीके से रोक लग जाएगी। 

अगर बात नवंबर महीने की करें तो इसकी 27, 29 और 30 तारीख विवाह जैसे कार्य के लिए शुभ मानी जा रही है। जिसका अर्थ ये हुआ कि नवंबर में केवल 3 ही मुहूर्त शादी के लिए शुभ रहेंगे। तो वहीं दिसंबर में 1, 7, 9, 10 और 11 तारीखों को विवाह किया जा सकता है। 

जुलाई से लेकर नवंबर तक क्यों नहीं होंगे विवाह- 
चतुर्मास में शुभ कार्य होते हैं वर्जित: 

ज्योतिष विेशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस बार यानि 2020 में चतुर्मास 1 जुलाई से लगने जा रहा है जो 24 नवंबर तक रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार  इस दौरान भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं। जिसके बाद से पूरे 4 माह तक हर तरह के मांगलिक कार्य पर रोक लगा दी जाती है। इन दौरान सावन, भादो, अश्व‍िन और कार्तिक का म‍हीना पड़ता है। कार्तिक शुक्ल एकादशी को प्रभु जागकर सृष्टि का कार्यभार पुन: संभालते हैं। जिसके साथ ही शुभ और मांगलिक कार्य एक बार फिर से शुरू हो जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें चतुर्मास देवशयनी एकादशी यानि आषाढ़ शुक्ल एकादशी से शुरू होकर देवोत्थानी एकादशी अर्थात कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन समाप्त होता है।

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश: 
कहा जाता है कि जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं उस दौरान भी शादी ब्याह के कार्य नहीं किए जाते। बताया जा रहा है कि साल 2020 के आखिरी माह की 15 तारीख़ से सूर्य धनु राशि में आ जाएंगे और एक महीने तक यहीं गोचर करेंगे। इसके उपरांत सूर्य 15 जनवरी साल 2021 में मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके साथ ही मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।

यहां जानें 2021 में विवाह मुहूर्त 
जनवरी- 18 
फरवरी- 15, 16 (रात्रि में विवाह मुहूर्त नहीं है) 
मार्च- विवाह मुहूर्त नहीं है 
अप्रैल- 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30 
मई- 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 28, 29, 30 
जून- 3, 4, 5, 20, 22, 23, 24 जुलाई- 1, 2, 7, 13, 15 
नवंबर- 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30
दिसंबर- 1, 2, 6, 7, 11, 13

 

Jyoti

Advertising