Vishwakarma Puja: आज 50 साल बाद बनेगा दुर्लभ संयोग, नौकरी-व्यापार से जुड़ी हर बाधा होगी दूर
punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2023 - 11:06 AM (IST)

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Vishwakarma Puja 2023: हर वर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। इसे विश्वकर्मा जयंती भी कहते हैं। वर्ष 2023 में 17 सितंबर यानि आज विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी। कहते हैं आज के दिन ब्रह्मा जी के सातवें पुत्र भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। हिंदू ग्रंथों में भगवान विश्वकर्मा की महिमा को बहुत विस्तार से बताया गया है। भगवान विश्वकर्मा को सम्पूर्ण सृष्टि का वास्तुकार माना जाता है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति सब कुछ हासिल कर सकता है, जो वो चाहता है। इनको सृष्टि का शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर कहते हैं। इस बार आज का दिन बहुत ही खास होने वाला है क्योंकि विश्वकर्मा पूजा पर 50 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। पंचांग के अनुसार आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग और ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है, जो आपकी मनोकामना पूर्ति के लिए सहायक होगा। तो चलिए जानते हैं, आज का शुभ योग और मुहूर्त।
Vishwakarma puja auspicious yoga 2023 विश्वकर्मा पूजा शुभ योग 2023
आज 4 योगों का निर्माण हो रहा है, जो कि बहुत ही दुर्लभ है। इस तरह का मौका 50 साल बाद आया है। इस दुर्लभ अवसर में अगर पूजा कर ली जाए तो जीवन से सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग- सुबह 06:07 ए.एम से सुबह 10:02 ए.एम तक
द्विपुष्कर योग- सुबह 10:02 ए.एम से 11:08 ए.एम तक
कहते हैं द्विपुष्कर योग में अगर कोई भी काम या पूजा की जाए तो उसका दोगुना फल मिलता है।
Vishwakarma puja विश्वकर्मा पूजा 2023
पूजा का शुभ मुहूर्त: 17 सितंबर की सुबह 10 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
Vishwakarma puja method विश्वकर्मा पूजा विधि
विश्वकर्मा पूजा के दिन अपनी दुकान, ऑफिस और संस्थान की अच्छे से साफ़-सफाई करें।
आज के दिन काम में इस्तेमाल होने वाले औजारों और सामान की पूजा करें।
पूजा करते समय भगवान विष्णु का ध्यान अवश्य करना चाहिए।
इसके बाद कर्मस्थल पर भगवान विश्वकर्मा को याद करते हुए एक दीपक जलाएं।
विधि-विधान से पूजा करने के बाद आरती करें और पूरे परिसर में आरती घुमाएं।
Chant these mantras today आज करें इन मंत्रों का जाप:
ॐ आधार शक्तपे नम:
ओम कूमयि नम:
ओम अनन्तम नम:
पृथिव्यै नम: