Vinayak Chaturthi 2020: शुभ लाभ को घर पर Invite करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

Thursday, Feb 27, 2020 - 07:46 AM (IST)

Follow us on Twitter

Vinayak Chaturthi 2020: आज 27 फरवरी, गुरुवार को फाल्गुन मास की विनायक चतुर्थी है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार महीने में ये पर्व दो बार आता है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी गणेश चतुर्थी या सकट चौथ कहते हैं और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। फाल्गुन हिंदू पंचांग के अनुसार साल का आखिरी महीना है। आज विनायक चतुर्थी भी साल की आखिरी चतुर्थी है। अत: इस दिन गणेश जी और उनके बेटों शुभ लाभ को घर पर आमंत्रित करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा।

ये है विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त

आज सुबह 4:11 से चतुर्थी तिथि का प्रारंभ हो गया है। अब ये 28 फरवरी की प्रात: 6:44 तक रहने वाली है।

विनायक चतुर्थी की पूजा विधि

सांयकाल में स्नानादि से निवृत्त होकर गणेश जी का पूजन करने का विधान है। गणेश जी की वैदिक व पौराणिक मंत्रों से पूजा करनी चाहिए। इसमें पुष्प, अक्षत से आह्वान एवं आसन, जल से पाद्य-जल अर्घ्य, आचमन, शुद्ध जल, पंचामृत, गंधोदक तथा पुन: शुद्ध जल एवं गंगा जल से स्नान कराना चाहिए। यज्ञोपवीत एवं वस्त्र, गंध एवं चंदन से तिलक, अक्षत, रक्त पुष्प एवं पुष्पमाला, दूर्वा, सिंदूर, अबीर-गुलाल, हरिद्रादि, सौभाग्य द्रव्य, सुगंधित द्रव्य, धूप, दीप एवं मोदक का नैवेद्य, आचमन, ऋतुफल, पान एवं दक्षिणा अर्पण करके, आरती तथा पुष्पाञ्जलि, प्रदक्षिणा एवं प्रार्थना के विधान से पूजा करनी चाहिए। पूजा होने के उपरांत लाल चंदन अथवा हकीक की माला से इस अद्भूत मंत्र का यथा संभव जाप करें।

मंत्र: ॐ वक्रतुण्डाय दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।

इस पूजा के बाद आपकी लाइफ में चल रही सभी समस्याओं का हल हो जाएगा। फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स का जड़ से सफाया होगा। घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी। कभी भी किसी वस्तु का अभाव नहीं रहेगा।

Niyati Bhandari

Advertising