नर्मदा घाटों पर गूंजे जयकारे, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

Wednesday, Jan 15, 2020 - 04:52 PM (IST)

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हिंदू पंचांग की मानें तो प्रत्येक दिन कोई न कोई त्यौहार होता है परंतु इनमें से कुछ दिव अधिक खास व महत्वपूर्ण होते हैं। इन दिनों की विशेषता तब बड़ जाती है जब इनका संबंध इस धर्म के देवी-देवताओं से जुड़ जाता है। ऐसा ही एक त्यौहार है मकर संक्रांति का। जिसे न केवल भारत देश में बल्कि विदेशों में भी मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन गंगा स्नान के साथ दान-दान पुण्य का अधिक महत्व माना जाता है। इस दिन देश के समस्त गंगा घाटों पर लोग आस्था की डुबकी लगाते नज़र आते हैं। जिसका खूबसूरत दृश्य मध्यप्रदेश के जिला खरगोन में देखने को मिला। खरगोन की पवित्र नगरी महेश्वर में हर-हर नर्मदे के स्वर से गूंजता सुनाई दिया। मकर राशि का सूरज यहां के नर्मदा घाटों पर धर्म और आस्था का उजियारा लेकर आया। मकर संक्रांति के मौके पर नर्मदा घाट श्रद्धालुओं से पट गए। सुबह से ही घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान किया और तिल-गुड़-वस्त्र आदि का दान भी किया।

पंचांग में मतभेद के कारण कुछ जगहों पर कल यानि 14 जववरी को तो कुछ हिस्सों पर आज 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई। बुधवार को माघ कृष्ण पंचमी पर सूर्य का राशि परिवर्तन हुआ। सूर्य देव अब धनु राशि से निकलकर मकर राशि में आ गए हैं। इसी के साथ एक माह से रुके पड़े मांगलिक कार्य भी शुरू हो गए हैं। बुधवार को सुबह 8.14 बजे सूर्य मकर राशि में आए। इसके बाद से ही नर्मदा स्नान का दौर शुरू हो गया। हालांकि इससे पहले ब्रह्म मुहुर्त से ही लोग नर्मदा में डुबकी लगाने लगे थे। महेश्वर के सभी नर्मदा घाटों पर यही नजारा देखा जा रहा है। महेश्वर के सामने वाले घाटों पर भी नर्मदा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की गहमागहमी है। घाटों पर नर्मदा स्नान के बाद लोग दान-पुण्य कर रहे हैं।

Jyoti

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