Kundli Tv- सुख-चैन की नींद पाने के लिए जीवन पर तरसते हैं ये लोग

Saturday, Aug 04, 2018 - 04:57 PM (IST)

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महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक विदुर थे, जिन्होंने अपनी नीतियों के बल पर महाभारत के इतिहास में अपनी जगह बनाई। महाभारत में विदुर की अहमियत का पता इस बात से पता चलता है कि दासी पुत्र होने के बाद भी धृतराष्ट्र उनसे सलाह लेते थे। पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत युद्ध के दौरान धृतराष्ट्र को हमेशा ही यह भय था कि उनके पुत्र पांडवों से हार जाएंगे और यह विचार उन्हें व्याकुल कर देता था। हालंकि अपनी इस चिंता का कारण वे समझ नहीं पाते थे लेकिन इस कारण रात्रिकाल में चैन की नींद पाना उनके लिए मुश्किल हो गया। कहा जाता है कि इन्हीं चिंताओं के कारण एक रात्रि जब धृतराष्ट्र को नींद नहीं आ रही थी, तो उन्होंने इस संबंध में विदुर से बात की और अपनी इस समस्या का कारण पूछा। विदुर ने तब उन्हें उन चार लोगों के बारे में बताया जिन्हें पूरी उम्र चैन की नींद नहीं आ पाती। 


काम भावना 
विदुर के अनुसार जिस पुरुष या स्त्री के मन में काम की अत्यधिक भावना होती है, उनकी नींद हमेशा उड़ी रहती है। वे तब तक नींद नहीं ले पाते जब तक उनकी यह भावना पूर्णता को प्राप्त न कर ले।
शत्रु का भय
समाज में चाहे कोई कितना भी ऊंचा स्थान प्राप्त कर ले किंतु अगर उसका कोई ऐसा शत्रु हो जो उससे कहीं अधिक शक्तिशाली है, तो ऐसे मनुष्यों के मन में हमेशा ही अपने श्त्रु से हानि पहुंचने का भय होता है। भले ही वे इसे पहचान न पाएं या पहचान भी लें और जाहिर करें, तो भी यह उनकी चिंता का विष्य बन जाता है जिसका सीधा आघात उनकी नींद पर होता है।


अपमानित मनुष्य
जो मनुष्य अपमान की पीड़ में जलता है, या जिसका सबकुछ अपनी गलती या किसी के आघात से छिन गया हो, वह कभी भी सुकून की नींद नहीं सो पात। उसके लिए फिर चैन की नींद आना तभी संभव है, जब वह अपने सम्मान को वापस पा ले।


मन में छल
ऐसे भी मनुष्य होते हैं जो छल या चोरी से दूसरों की चीजें पाना चाहते हैं। ऐसे में ये हमेशा इसी सोच में रहते हैं कैसे बिना किसी को पता लगे ये अपन कामों को अंजाम दें और इनकी चैन की नींद जाती रहती है। कई बार इन्हें अपने पकड़े जाने का भय भी होता है और इस वजह से भी ये स्कून की नींद नहीं ले पाते।

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Jyoti

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