Venus Transit In Leo: सितंबर में शुक्र की चाल दिखाएगी कमाल, इन राशियों की होगी चांदी

punjabkesari.in Saturday, Aug 30, 2025 - 07:09 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Venus Transit In Leo: शुक्र की कलयुग में बहुत अहमियत है। जब हम महादशा की बात करते हैं, तो सबसे लंबी महादशा जो है, वह शुक्र की होती है। यह महादशा 20 साल तक चलती है। शुक्र को गिवर कहा गया है, शुक्र लग्जरी, ऐश्वर्य, धन के कारक हैं। तो यदि शुक्र कुंडली में स्थिति शुक्र की ठीक होती है तो लाइफ में सारी सुख-सुविधाएं मिल जाती हैं और सारा ऐश्वर्य मिल जाता है और यदि शुक्र कुंडली में आपके गोचर के दौरान भी शुभ स्थिति में आ जाते हैं तो भी आपके लिए अच्छी स्थिति बनती है। हालांकि गोचर बहुत लंबा नहीं चलता। लगभग 1 महीने 27 दिन के आसपास का गोचर होता है इसका लेकिन जब शुभ गोचर में आते हैं शुक्र तो निश्चित तौर पर बहुत सारी चीजें आपको देकर जाते हैं। तो शुक्र गोचर करेंगे सिंह राशि में 14 सितंबर को। यह 9 अक्टूबर तक होगा गोचर यह और इस दौरान सिंह राशि में गोचर करते हुए नौ राशियों के लिए शुक्र अच्छे फल करेंगे। शुक्र इकलौते प्लनेट है जिनका नौ राशियों से गोचर अच्छा होता है। अदर वाइज किसी का किसी भी ग्रह का नौ राशियों से गोचर अच्छा नहीं होता। पाप ग्रह 3, 6, 11 में यानी कि तीन भावों में अच्छा फल करते हैं। सूर्य-राहु हो जाए या केतु हो जाए वह चार भावों में अच्छा फल करते हैं। 10वें में भी अच्छा फल कर जाते हैं। सूर्य, राहु, केतु, बुध जो होते हैं वह 2, 4, 6, 8, 10, 11 भाव में अच्छा फल करते हैं। चंद्रमा आपके नेटल चंद्रमा के ऊपर से तीसरे से छठे से सातवें से 10वें से अच्छा फल करते हैं। सिर्फ और 11वें से भी अच्छा फल करते हैं। सिर्फ शुक्र ऐसे प्लनेट हैं जो नौ ग्रहों नौ राशियों में के लिए अच्छा फल करते हैं।

मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर होगा पंचव भाव में। पांचवा भाव होता है बुद्धि-विवेक का भाव। पांचवा भाव होता है निश्चल प्रेम का भाव। यानी कि जो मैरिज से पहले का अफेयर होता है या इंगेजमेंट आती है, वह पांचवें भाव से आती है। तो इसका मतलब यह है कि सिंह राशि के जो व्यक्ति ऑलरेडी इंगेज्ड हैं, उनको इस अवधि में अपने पार्टनर के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिल सकता है। जो इंगेज्ड नहीं है उनकी लाइफ में कोई आ सकता है। तो यह तो पंचम का शुक्र से संबंध है क्योंकि शुक्र रोमांस के कारक हैं। शुक्र अपार धन के कारक होते हैं। शुक्र यहां पर बैठेंगे तो 11वें को दृष्टि देंगे। 11वां आपकी आय का भाव होता है। आय में वृद्धि कर सकते हैं। मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छे फल लेकर आएगा। मेष राशि के लिए शुक्र धन स्थान के भी स्वामी हैं। तो धन स्थान का स्वामी पंचम में आ गया, शुभ गोचर में आ गया, 11वें को देख रहा है तो निश्चित तौर पर आपके लिए आय के दरवाजे खोल के जाएगा। यहां पर आपके लिए चीजें अच्छी हो सकती हैं। यह मेष राशि के जातकों के लिए होगा।

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर होगा आपके पांचव फोर्थ हाउस में। यानी कि फोर्थ हाउस आपका सुख स्थान होता है। जितनी भी लाइफ में प्रॉपर्टी बनाते हैं, एसेट्स बनाते हैं, वह सारी इसी भाव से आती हैं। तो शुक्र जैसा ग्रह जो विलासिता का कारक है, जो एसेट्स का कारक है, जो अपार धन का कारक है, जब फोर्थ हाउस से गोचर करता है, तो निश्चित तौर पर आपकी प्रॉपर्टी खरीदने की जो प्लानिंग है, उसमें एग्जीक्यूशन होती हुई आएगी। जब शुक्र यहां से गोचर कर रहे होंगे यह वृषभ राशि के जातकों के लिए राशि का स्वामी फोर्थ हाउस में यानी कि राशि का स्वामी शुक्र आ गया। वह सुख स्थान में चला गया। यहां से दृष्टि देगा दशम भाव को। यह कारोबार का भाव होता है। तो निश्चित तौर पर यहां पर कारोबार में भी वृद्धि करेगा। आपका मन काम में ज्यादा लगेगा क्योंकि राशि का स्वामी दशम को सीधी दृष्टि से देख रहा है। तो यहां पर वृषभ राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अच्छा होने जा रहा है। आपको निश्चित तौर पर इसका बहुत फायदा होगा।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के लिए यह गोचर होगा तीसरे भाव में। तीसरा पराक्रम का भाव होता है और मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र वह पंचम के स्वामी हो जाते हैं। तुला राशि आपके पंचम भाव में आ जाती है। पराक्रम वाले भाव में बैठकर शुक्र आपको अच्छे फल करेंगे। यहां से शुक्र नाइंथ हाउस को एक्टिव करेंगे। यह भाग्य स्थान होता है और भाग्य स्थान का एक्टिव होना शुभ ग्रह के द्वारा एक्टिव होना आपके लिए अच्छा है। तो निश्चित तौर पर मिथुन राशि के जातकों को भी शुक्र के इस गोचर का अच्छा लाभ होगा। धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं क्योंकि नाइंथ शुभ ग्रह के द्वारा एक्टिव है। पंचम एक्टिव है यानी कि ईजी गेंस हो सकता है। जिनके एग्जाम है जिनको जिनको कुछ एग्जाम में जाना है, उनके लिए भी यह समय अच्छा है क्योंकि पंचम से स्टडीज का भी विचार किया जाता है। मिथुन राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अच्छा हो जाएगा।

कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए सिंह राशि में गोचर होगा दूसरे भाव में। यानी कि दूसरा भाव धन भाव होता है। शुक्र अपार धन के कारक होते हैं। तो यहां पर शुक्र सीधी दृष्टि देंगे अष्टम भाव को और शुक्र जो सिंह राशि के जातक हैं, उनके लिए दशम भाव के स्वामी भी हो जाते हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र 11वें भाव के भी स्वामी हो जाते हैं। तो 11वें भाव के स्वामी का धन भाव में आना यानी कि आय भाव का स्वामी आपका धन भाव में आकर बैठ गया। यह अपने आप में एक योग हो जाता है। तो निश्चित तौर पर आय में वृद्धि करेगा। एलिवेशन यानी कि तरक्की देगा। आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा। धन में वृद्धि करेगा और कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र फोर्थ हाउस के स्वामी होते हैं। फोर्थ हाउस आपका एसेट्स का भाव होता है, इसे सुख स्थान बोलते हैं। तो यहां पर मकान प्रॉपर्टी या कोई नया वाहन खरीदने की आपकी योजना बन सकती है और योजना एग्जीक्यूट भी हो सकती है। यह आपके लिए होगा कर्क राशि के जातकों के लिए।

सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र वैसे ही अच्छा है क्योंकि लग्न में यानी कि राशि के ऊपर से शुक्र का गोचर हो जाना और यह आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। थोड़ा सा मूड आपका ठीक रहेगा क्योंकि शुक्र विलासता के कारक है, उसको लग्जरी पसंद है। चंद्रमा के ऊपर से इसका गोचर होना यह निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छा है। तो सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र दशम के स्वामी है। तो कारोबार में वृद्धि करेगा, कारोबार वाले भाव का स्वामी आपके चंद्रमा के ऊपर आकर बैठ गया तो कारोबार में वृद्धि करेगा। ये आपके पराक्रम में वृद्धि करेगा क्योंकि तीसरे भाव का स्वामी भी आपका शुक्र है तो यहां पर शुक्र सिंह राशि के जातकों के लिए कारोबार में वृद्धि करेगा। सप्तम को देखेगा तो पार्टनर के साथ आपका संबंध अच्छा हो जाएगा क्योंकि यह रोमांटिक ग्रह है। सप्तम से आपका लाइफ पार्टनर आता है। तो निश्चित तौर पर आपके लिए यह गोचर अच्छा है। सिंह राशि के जातकों के लिए रोमांस के लिहाज से, लग्जरी के लिहाज से और काम के लिहाज से अच्छा है।

कन्या राशि:  कन्या राशि के लिए यह गोचर 12वें भाव में होगा। शुक्र इकलौते ग्रह हैं जिसका 12वें का गोचर अच्छा होता है। अदर वाइज किसी ग्रह का गोचर 12वें का अच्छा नहीं होता। तो यहां पर शुक्र 12वें भाव में अच्छा गोचर करेंगे। 12वां विदेश यात्रा का भाव है। यदि कन्या राशि के जातकों की कोई योजना है विदेश यात्रा करने की तो निश्चित तौर पर इस अवधि में वह फलीभूत आती हुई नजर आएगी। यदि किसी ने इमीग्रेशन की फाइल लगा रखी है वहां पर रिजल्ट आपको मिलता हुआ नजर आएगा। यदि आपका इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का काम है, फॉरेक्स का काम है या फिर आप किसी एम.एसी के साथ काम करते हैं जहां पर आपका आय का संबंध बाहर से है तो निश्चित तौर पर आपको वहां से फायदा होता हुआ नजर आएगा क्योंकि कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र धन भाव के स्वामी होकर 12वें भाव में बैठ गए हैं। यानी कि धन की स्थिति वह विदेश से आने वाले योग वह ज्यादा है और यह स्थिति आपके लिए अच्छी है। वैसे भी कन्या राशि के जातकों के लिए जो शुक्र है वह नाइंथ हाउस यानी कि भाग्य स्थान के स्वामी बनते हैं। यहां पर शुक्र की दो राशि यानी कि वृश्चिक राशि, वृषभ राशि आ जाती है। तो यहां पर भाग्य स्थान के स्वामी का धन स्थान के स्वामी का अच्छे गोचर में होना निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छे फल करेगा।

तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर 11वें का होगा। 11वें भाव को एलिवेशन का भाव कहा जाता है। तरक्की का भाव कहा जाता है। राशि के स्वामी का 11वें चले जाना आपकी जीवन में प्रतिष्ठा लेके आता है। सामाजिक प्रतिष्ठा लेके आता है। शुक्र यहां पर बैठेंगे तो पंचम को देखेंगे। जिनकी लाइफ में कोई नहीं है उनकी लाइफ में कोई आ सकता है क्योंकि शुक्र रोमांस के कारक है और पंचम आपका निश्चल प्रेम का भाव होता है।  शुक्र राशि स्वामी होकर 11 बैठ गया पंचम को देख रहा है तो निश्चित तौर पर यह स्थिति जरूर बन जाएगी। शुक्र के इस गोचर के दौरान तो शुक्र पंचम के अच्छे फल करेंगे। तुला राशि के जातकों के लिए भी अच्छा वृश्चिक राशि के लिए यह गोचर दशम में होगा तो यह गोचर अच्छा नहीं है। धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर होगा नाइंथ हाउस में। नाइंथ हाउस वह भाग्य का स्थान है। यहां से शुक्र जैसे शुभ ग्रह का गोचर निश्चित तौर पर अच्छे फल देकर जाता है और यहां पर शुक्र जब गोचर करेंगे तो 11वें भाव के स्वामी का नाइंथ हाउस में जाना निश्चित तौर पर अच्छा है। 11वें भाव में शुक्र की तुला राशि है और तुला राशि के स्वामी तुला जहां पर 11वां जो 11वां भाव है यह एलिवेशन, तरक्की का भाव है। शुक्र सीधी दृष्टि देंगे तीसरे भाव को पराक्रम में वृद्धि करेंगे। आप निश्चित तौर पर कोई भी काम करेंगे पूरी डिटरमिनेशन और पूरे कॉन्फिडेंस के साथ करते हुए नजर आएंगे। धनु राशि है उसके जातकों के ऊपर इसका फल शुक्र छठे के भी स्वामी हो जाते हैं तो छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव है यदि कर्ज की स्थिति है कोर्ट वाला केस है तो वहां पर भी आपको राहत मिलती हुई नजर आएगी।

मकर राशि: मकर राशि के जातकों को के लिए यह गोचर होगा अष्टम भाव में। अब अष्टम भाव का गोचर भी शुक्र का अच्छा होता है। अष्टम भाव छुपे हुए धन का भाव होता है। जब यहां पर शुक्र गोचर करेंगे तो सीधी दृष्टि देंगे आपके धन भाव को। धन भाव पर शुक्र की दृष्टि आपके धन में वृद्धि करने का काम करेगी। मकर राशि के जातकों के लिए भी शुक्र वह राशि के मित्र हैं क्योंकि यह शनि की राशि है और यदि हम मकर राशि का चार्ट बनाते हैं तो शुक्र की वृषभ राशि जो होती है वो पंचम में आ जाती है। पंचम के फल निश्चित तौर पर वो अच्छे कर जाएगा और मकर राशि की जो दूसरी मकर राशि के लिए जो शुक्र की दूसरी राशि है वो तुला राशि दशम में आ जाएगी। तो कारोबार के लिहाज से अच्छा फल हो जाएगा। यदि हम सात लग्न की यानी कि सात राशि की पत्रिका बनाएंगे तो यहां पर शुक्र 11वें भाव में आ जाएंगे। यानी कि कारोबार से 11वें भाव में तो कारोबार में वृद्धि का काम करेंगे। यहां पर आय में वृद्धि का काम करेंगे। पंचम के स्वामी हैं तो इजी गेंस वह आपके लिए अच्छे हो जाएंगे। तो यह राशियां हैं जिनको शुक्र के गोचर का अच्छा फल देखने को मिलेगा।

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Prachi Sharma

Related News