Venus-Rahu Conjunction: 50 साल बाद राहु-शुक्र ने बनाया विपरीत राजयोग, 4 राशियां होंगी मालामाल

Friday, Apr 12, 2024 - 08:46 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Venus Rahu Conjunction Yukta Yoga: 50 साल के बाद शुक्र और राहु ने विपरीत राजयोग का निर्माण किया है। विपरीत राजयोग ज्योतिष के सभी शुभ योगों में से एक होता है। राहु इस समय मीन राशि में गोचर कर रहे हैं और शुक्राचार्य अभी 31 मार्च को मीन राशि में आ चुके हैं। 50 साल के बाद मीन राशि में इन दोनों ग्रहों की युति बनने से विपरीत राजयोग का निर्माण हुआ है। यह विपरीत राजयोग बहुत ही पावरफुल होता है। जिन लोगों की कुंडली में विपरीत राजयोग होता है वह विपरीत परिस्थितियों में भी शिखर तक पहुंच जाते हैं। कामयाबी का झंडा गढ़ देते हैं। हैरान करने वाली सफलताएं हासिल करते हैं।



भारतीय ज्योतिष के मुताबिक विपरीत राजयोग 3 तरह के होते हैं। हर्ष राजयोग, सरला राजयोग और विमल राजयोग। किसी जातक की कुंडली में छठे भाव के स्वामी 8वें या 12वें भाव में हो तो हर्ष राजयोग बनता है। इसके अलावा यदि 8वें भाव के स्वामी छठे और 12वें भाव में विराजमान होते हैं तो सरल राजयोग निर्मित होता है। विमल राजयोग तब बनता है जब 12 वें भाव के स्वामी छठे और 8वें भाव में मौजूद रहते हैं।

विपरीत राजयोग कुंडली में कई तरह से बनते हैं। यह राजयोग तब बनता है, जब नकारात्मक भाव वाले सभी ग्रह एक साथ आ जाते हैं। यदि किसी कुंडली में छठे, 8वें और 12वें भाव के स्वामी किसी अन्य दो भावों में किसी एक स्थान पर विराजमान हो तो ऐसी स्थिति में विपरीत राजयोग बनता है।

अब 50 साल के बाद शुक्र और राहु की मीन राशि में बनी युति ने विपरीत राजयोग बना दिया है। यह विपरीत राजयोग 24 अप्रैल तक रहेगा। और चार राशियों को गजब की सफलता देगा। ऐसी भाग्यशाली रशियां कौन सी हैं, जानते हैं-


पहली भाग्यशाली राशि वृषभ राशि है जो शुक्र की राशि है। वृष राशि वालों के लिए शुक्र और राहु का संयोग शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। यह संयोग आपकी राशि से इनकम और लाभ स्थान पर बनने जा रहा है। इस समय आपकी आय में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। साथ ही इनकम के नए माध्यम बन सकते हैं।  बिजनेस से जुड़े लोगों को फायदा हो सकता है। जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल रहेगा। वैवाहिक जीवन खुशहाल रहने से आपका मन प्रसन्न रहेगा।  इस समय आपको निवेश से लाभ होगा। साथ ही इस दौरान आपको शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी से लाभ हो सकता है।

दूसरी भाग्यशाली राशि मिथुन राशि है। राहु और शुक्र का संयोग मिथुन राशि के जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। यह युति आपकी गोचर कुंडली के कर्म भाव पर बनने जा रही है। इसलिए इस समय आपको काम-कारोबार में अच्छी सफलता मिल सकती है। साथ ही आपको करियर में आगे बढ़ने के लिए भरपूर नए अवसर मिलेंगे, जिसका उपयोग करके आप अपने करियर में तरक्की करेंगे। वहीं जो व्यापारी वर्ग हैं, उनको इस समय नए ऑर्डर मिल सकते हैं, जिससे अच्छा धन लाभ हो सकता है। वहीं जो नौकरीपेशा लोग हैं, उनको इस समय कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। साथ ही उनका प्रमोशन हो सकता है।

तीसरी भाग्यशाली राशि कर्क राशि है। कर्क राशि वालों के लिए राहु और शुक्र की युति लाभकारी साबित हो सकती है। यह युति आपकी राशि से नवम भाव में बनने जा रही है। इस समय आपका भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आपके पद, आय में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी। समाज में आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा। वहीं इस समय आप देश-विदेश की यात्रा कर सकते हैं, जो शुभ रहेगी। साथ ही इस दौरान आपके रुके हुए कार्य बनेंगे। साथ ही यह समय छात्रों के लिए शुभ रहेगा। इस समय किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।

चौथी भाग्यशाली राशि मीन राशि है, जिसमें 50 साल के बाद यह विपरीत राजयोग बनने जा रहा है। मीन राशि वालों की आय में इजाफा होने के संकेत हैं। पैतृक संपत्ति की बिक्री से मुनाफा मिल सकता है। कई बेहतरीन मौके मिलने की संभावना है। विदेश यात्रा पर जाने के योग भी बनेंगे। व्यापार में अच्छी डील हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों को नौकरी के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं। शेयर मार्केट में धन निवेश से लाभ होगा। किसी समारोह में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखाई देंगे। उत्साह से भरे रहेंगे।

 गुरमीत बेदी
9418033344

Niyati Bhandari

Advertising