Unmarried लड़कियों सोते समय करती हैं ये भूल तो...

Monday, Dec 14, 2020 - 01:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र में व्यक्ति के घर से लेकर दुकान तक से जुड़ी बातें वर्णित हैं। मगर आज भी बहुत कम लोग जानते हैं मानव जीवन से जुड़ी अन्य और बातों के बारे में भी बताते हैं। जी हां, जैसे कि व्यक्ति किस दिशा में मुंह करके सोता है, इसका संबंध वास्तु से जुड़ा हुआ है। जी हां, वास्तु के मुताबिक हर व्यक्ति को वास्तु में बताई गई बातों को ध्यान में रखकर अपने सोने की दिशा निर्धारित करनी चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है उसके जीवन में नैगेटिविटी का प्रभाव कम होता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि वास्तु के अनुसार कौन सी दिशा अच्छी मानी जाती है।

वास्तु शास्त्री बताते हैं कि न केवल जागते समय भी व्यक्ति को सोने से पहले भी दिशाओं पर खास ध्यान देना चाहिए। हर व्यक्ति को इस बात पर गौर करना चाहिए कि सोते समय सिर और पैरों का सही दिशा में हो। वास्त में लिखा है कि अच्छी सेहत के लिए जिस तरह पौष्टिक आहार लिया जाता है, ठीक उसी तरह नियमित दिनचर्या के लिए सही तरीके से नींद लेना भी बहुत ज़रूरी होता है।

अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग किसी भी दिशा में पैर और सिर करके सो जाते हैं। असल मे ऐसा करने से जातक को मानिसक परेशानी और अन्य कई तरह के नुकसान होते हैं। इसलिए इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि सोते समय दक्षिण या पूर्व की ओर सिर करके ही सोना चाहिए।

कुछ लड़कियों की शादी होने में कई प्रकार की दिक्कत आ रही होती है, असल में कई बार इसका कारण अविवाहित लड़कियों का गलत दिशा में सोना होता है। जी हां, वास्तु में बताया गया है कि अविवाहित लड़कियों को सोने के लिए हमेशा उत्तर-पश्चिम की द‍शा का चयन करना चाहिए।


अविवाहित लड़कियों का भूलवश भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं सोना चाहिए। कहा जाता है विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के लिए उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोना भी अच्छा माना जाता है।

इसके अलावा घर की विवाहित महिलाओं को वायव्य कोण में नहीं सोना चाहिए। ऐसा कहा जाता है इस दिशा में सोने से वो अलग घर बसाने का सपना देखने लगती है, जिससे परिवार के बिखरने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

वास्तु के अनुसार कुंवारी कन्याओं को उत्तर-पश्चिम दिशा में सोना चाहिए, इससे विवाह का योग मज़बूत होता है।

इसके अलावा जातक को ध्यान रखना चाहिए कि घर के अंदर सोने के स्थान पर प्लास्टिक के फूल व पेड़-पौधे नही होने चाहिए, इससे दरिद्रता बढ़ती है। 

Jyoti

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